बड़ा गाँव जुलूसे अलविदा मे उसमान अली का नौहा सुन खूब रोए अज़ादार - ADAP News - अपना देश, अपना प्रदेश!

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बड़ा गाँव जुलूसे अलविदा मे उसमान अली का नौहा सुन खूब रोए अज़ादार

 


प्रयागराज, उत्तर प्रदेश करैली थाना क्षेत्र के सैदपूर मे अन्जुमन क़मर ए बनी हाशिम की ओर से जुलूस ए अलवेदा मे मुल्क की मशहूर ओ मारुफ अन्जुमनों ने अय्यामे अज़ा के अन्तिम बचे दिनो मे जमकर नौहा पढ़ा व मातम किया।काशाने सैय्यद ग़ुलाम हैदर मरहूम के अज़ाखाने पर.हुए मातमी कार्यक्रम मे इरफान रिज़वी की मुनाजात से आग़ाज़ हुआ शहंशाह सोनवी ने सोज़ व सलाम पढ़ा।खतीब दांदूपूरी ने पेशख्वानी तो क़ुम ईरान के मौलाना राशिद हुसैन रिज़वी साहब क़िबला व डॉ सैय्यद रिज़वान हैदर रिज़वी ने जुलूस ए अलवेदा मे दर्दनाक तक़रीर कर माहौल को संजीदा बना दिया।संचालन नजीब इलाहाबादी ,वसीम अमबर और ज़ाहिद रज़ा ने संयुक्त रुप से किया।अन्जुमन मखदूमिया ,अन्जुमन असग़रिया क़दीम ,अन्जुमन अब्बासिया दांदूपुर ,अन्जुमन अब्बासिया अहले सुन्नत बड़ा गाँव कौशाम्बी ,अन्जुमन मोहाफिज़े अज़ा दरियाबाद ,अन्जुमन मज़लूमिया रानीमण्डी ,अन्जुमन हाशिमया दरियाबाद ,अन्जुमन अब्बासिया रानीमण्डी ने ग़मगीन नौहों के द्वारा करबला के शहीदों की याद ताज़ा करते हुए पुरसा पेश किया।ताबूत अलम ज़ुलजनाह अमारी आदि तबर्रुक़ात की ज़ियारत को शहर व आस पास के गाँव से भारी संख्या मे अक़ीदतमन्द जुटे।

*इमामबाड़़ा सैय्यद हातिफ हुसैन से देर रात निकला जुलूस ए अलवेदा या हुसैन*

शाहगंज के शाहनूर अली गंज मे इमामबाड़ा स्व सैय्यद हातिफ हुसैन से ऐतिहासिक जुलूस ए अलवेदा या हुसैन अक़ीदत व ऐहतेराम के साथ निकाला गया।इमामबाड़े मे ज़रखेज़ नजीब ने मजलिस को खिताब करते हुए ग़मगीन मसाएब पढ़े।अदीब रज़ा व हबीब रज़ा की क़यादत व नजीब इलाहाबादी के संचालन मे एक एक अन्जुमनों ने इमामबाड़े मे एक नौहा पढ़ते हुए जुलूस निकाला जो इमामबाड़़ा असद रज़ा बेग देर रात पहुंचा वहीं पर अन्जुमनों ने अलवेदाई नौहा पढ़ा।जुलूस मे अन्जुमन मज़लूमिया ,शब्बीरिया ,हुसैनिया ,हाशिमया ,नक़विया ,अब्बासिया व अन्जुमन ग़ुन्चा ए क़ासिमया ने शिरकत की।जुलूस मे शामिल ताबूत अलम ज़ुलजनाह व ताज़िया के साथ सभी तबर्रुक़ात को लेकर अन्जुमन ग़ुन्चा ए क़ासिमया जुलूस मे करबला मे सोने वालों माहापारों अलवेदा की सदाओं के साथ जुलूस को इमामबाड़़ा असद रज़ा बेग मे सम्पन्न कराया।शायरे अहलेबैत मोअज्जम पाशा के अज़ाखाने पर भी अन्जुमन ने वापसी मे नौहा पढ़ा।जुलूस से पहले दायरा शाह अजमल मे स्व नूह रिज़वी के आवास पर सालाना मजलिस हुई फैज़ान आब्दी ने मर्सिया तो कुमैल व असद ने पेशख्वानी की मौलाना अख्तर हसन रिज़वी साहब क़िबला ने मजलिस को खिताब किया।अन्जुमन ग़ुन्चा ए क़ासिमया ने नौहों और मातम का नज़राना पेश किया फैज़ी तंजानिया ने दूर देश अफ्रीका से मातमी लोगों का लाईव देखने के बाद शुक्रिया अदा किया।शंहशाह फतेहपुरी ने तबर्रुक़ात तक़सीम किए।

*नम आँखों से यमुना नदी मे सैराए ताज़िये व फूल*

दायरा शाह अजमल मे इमामबाड़ा अब्बन साहब मरहूम के अज़ाखाने मे रखे ताज़िये व फूलों को पुरानी रवाएत के मुताबिक़ इमामबाड़़े की चौथी पीढ़ी के मौजूदा सरपरस्त अस्करी अब्बास के साथ नौहों और अलवेदाई मातम के बीच ताज़िये व फूलों को यमुना नदी की बीच धारा मे नाँव से जाकर सैराया गया।काले कपड़े पहने अज़ादार आँखों मे अश्कों का नज़राना पेश करते हुए रोते रहे।

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