हर बच्चे को विटामिन ए की खुराक से करें आच्छादित
सन्त कबीर नगर नगर पालिका परिषद खलीलाबाद के अध्यक्ष श्यामसुन्दर वर्मा ने कहा कि स्वास्थ्य कार्यकर्ता हर बच्चे को विटामिन ए की खुराक से आच्छादित करें। कोई भी बच्चा छूटना नहीं चाहिए। बच्चों के सम्पूर्ण पोषण में विटामिन ए का बहुत ही महत्व है। प्रदेश सरकार जन जन के स्वास्थ्य को लेकर संवेदनशील है। इसके तहत जिले के नौ माह से पांच वर्ष तक के 2.51 लाख बच्चों को आच्छादित किया जाएगा। बच्चों को बिटामिन ए की खुराक देने के लिए डिस्पोजेबल चम्मच का ही प्रयोग करें।
यह बातें उन्होने बाल स्वास्थ्य पोषण माह विटामिन ए सम्पूर्णन कार्यक्रम के शुभारंभ के दौरान कहीं। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अनिरुद्ध कुमार सिंह ने कहा कि बाल स्वास्थ्य पोषण माह के तहत बच्चों को बिटामिन ए की खुराक दी जाती है। सीएनएनएस ( 2016 −18) की रिपोर्ट के अनुसार एक से चार वर्ष के 16.9 प्रतिशत बच्चे विटामिन ए की कमी से ग्रसित हैं। इसलिए हर बच्चे को विटामिन ए की कुल नौ खुराक दिए जाने का प्रावधान है। यह खुराक छाया ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस (वीएचएनडी) सत्र के दौरान दी जाएगी। कोविड को देखते हुए विटामिन ए देने के दौरान आशा कार्यकर्ता को इस बात का ध्यान देना होगा कि सत्र पर एक समय में 10 से अधिक बच्चे एकत्र न हों। किसी को भी बुखार या खांसी तथा सांस लेने में तकलीफ हो तो वह सत्र पर न आए। वहीं हर ब्लॉक में 20 सत्रों का चिकित्सा अधिकारियों के द्वारा अनुश्रवण भी किया जाएगा।
इस अवसर पर एसीएमओ डॉ मोहन झा, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ एस रहमान, जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ आर पी मौर्या, एपीडेमियोलाजिस्ट डॉ मुबारक अली , सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खलीलाबाद के अधीक्षक डॉ आर एस यादव, ब्लाक कार्यक्रम प्रबन्धक अभय त्रिपाठी, एएनएम श्रीमतीइथिलेश यादव, यूनीसेफ के प्रतिनिधि रितेश कुमार सिंह, चाई ( क्लिंटन हेल्थ एक्सेस इनिसेटिव ) के प्रोग्राम कोआर्डिनेटर मुनेश चन्द्र दूबे, जिला वैक्सीन मैनेजर व कोल्ड चेन प्रबन्धक ईविन यूएनडीपी सुशील कुमार मौर्या, फार्मासिस्ट नित्यानन्द , विक्रम चौधरी व अन्य लोग उपस्थित रहे।
फ्रंटलाइन वर्कर्स ने कसी कमर
मड़या की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उर्मिला बताती हैं कि हम इस अभियान के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। गांव में सभी लोगों को बता दिया गया है कि वह अपने बच्चों को वीएचएनडी सत्र के दौरान ले जाकर विटामिन ए की खुराक अवश्य पिलाएं। वहीं अतरौरा की आशा कार्यकर्ता सुनीता बताती हैं कि गांव में लोगों को विटामिन ए के महत्व के बारे में बताया जा रहा है। सभी 9 माह से लेकर 5 साल तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई जाएगी, ताकि उन्हें सम्पूर्ण पोषण मिल सके।
यह है पिछले अभियान की उपलब्धि
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ एस रहमान ने बताया कि दिसम्बर 2021 में चलाए गए अभियान के दौरान जिले की उपलब्धि 95.65 प्रतिशत रही है। इस बात को ध्यान देने की आवश्यकता है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने में फ्रंटलाइन वर्कर्स की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण है।
रोगों से लड़ने की क्षमता में होती है वृद्धि – डॉ अमित
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खलीलाबाद के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ अमित सिंह ने बताया कि कि विटामिन ए से बच्चों में रोगों से लड़ने की क्षमता में वृद्धि होती है, रतौंधी रोग से बचाव होता है, कुपोषण से बचाव होता है। मानसिक दिव्यांगता में कमी आती है। एक साल में दो बार विटामिन ए की खुराक लेने से सभी कारणों से होने वाली मृत्यु में 23 प्रतिशत कमी, खसरे के कारण होने वाली मृत्यु में 50 प्रतिशत कमी तथा अतिसार रोग के कारण होने वाली मृत्यु में 33 प्रतिशत की कमी आती है।
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