इलेक्ट्रो होम्योपैथी को मिली मान्यता अल्टरनेटिव एवं इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डा.बी.पी.यादव
राजस्थान में बना देश का पहला इलेक्ट्रो होम्योपैथी बोर्ड, चिकित्सकों में खुशी की लहर
लखनऊ। राजस्थान राज्य सरकार ने राज्य इलेक्ट्रो होम्योपैथी बोर्ड का गठन कर दिया है। आयुष विभाग के प्रमुख सचिव की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय बोर्ड की अधिसुचना राज्य सरकार द्वारा 30 अप्रैल 2025 को जारी कर दी गई है जो 1 मई 2025 से प्रभावी हो गया है। इससे इस पद्धति के विकास, अनुसंधान एवं शिक्षा के लिए नार्ग प्रशस्त हो गया है। बोर्ड गठन से इस विधा के चिकित्सकों का राज्य स्तरीय पंजीकरण भी हो सकेगा।
उपरोक्त बातें सन्त कबीर नगर में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान गण अल्टरनेटिव एवं इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बी.पी.यादव जी ने बताया तथा जागे कहा कि लगभग 7 साल पहले भाजपा शासित मा० वसुंधरा राजे की सरकार ने वर्ष 2018 में इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा विधेयक सदन से पारित कर मान्यता प्रदान किया था परन्तु बोर्ड गठन की प्रक्रिया नहीं हो सकी थी। अब जाकर मा० भजनलाल शर्मा की माजपा राज्य सरकार में बोर्ड कर दिया है।
इस प्रकार से मजबुत इच्छाशक्ति के साथ राजस्थान की भाजपा सरकार की पहल के कारण इलेक्ट्रो होम्योपैथी को मान्यता देने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। इलेक्ट्रो होम्योपैथी बोर्ड गठन होने से इसके विकास का रास्ता खुल गया है।
राजस्थान सरकार के इस फैसले से पुरे देश के इलेक्ट्रो होम्योपैथिक चिकित्सकों में खुशी की लहर फैल गयी है। अब उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार को भी इस पैथी को सम्मान सहित स्थापित करनें हेतु राजस्थान सरकार की भांति पहल करनी चाहिए।
इस सम्बन्ध में डा बी.पी.यादव ने भी अपने साथियों सहित पुर्वांचल में अल्टनेटिव एवं इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा काउंसिल ऑफ इंडिया के बैनर तले जरूर पड़ी आन्दोलन भी किया जायेगा आयुषमंत्री से मिलकर उत्तर प्रदेश सतर पर भी राजस्थान की भांति इलेक्ट्रो होम्योपैथी मान्यता विधेयक आगामी विधानसभा सत्र में पारित करा कर उत्तर प्रदेश इलेक्ट्रो होम्योपैथी बोर्ड का गठन कराना चाहिए ताकि उत्तर प्रदेश की जनता को भी शुद्ध हर्वल आधरित, हानिरहित एवं सस्ती चिकित्सा सुविधा का लाभ आसानी से मिल सके तथा इससे जुड़े हुए प्रदेश भर में फैले लाखों इलेक्ट्रो होम्योपैथिक चिकित्सिकों सम्मान सहित चिकित्सा कार्य करने की वैधानिक सुविधा मिल सके।
इस अवसर पर लायाजित प्रेस वार्ता में प्रमुख रूप से डा बीनोद राण डा संजय कुमार,डा सुनील,डा कविता,डा एल सी यादव सहित चिकित्सक उपस्थित रहे।
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