ललितपुर एवं चंदौली रेप व हत्या पर बोले ऑपरेशन विजय प्रमुख पुलिस अपने पद एवं शक्ति का दुरुपयोग कर समाज एवं संविधान को कर रही कलंकित - ADAP News - अपना देश, अपना प्रदेश!

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ललितपुर एवं चंदौली रेप व हत्या पर बोले ऑपरेशन विजय प्रमुख पुलिस अपने पद एवं शक्ति का दुरुपयोग कर समाज एवं संविधान को कर रही कलंकित

 


समाज एवं संविधान के रखवाले थानाध्यक्ष स्तर के अति महत्वपूर्ण जिम्मेदार पुलिस निरीक्षकों द्वारा जिस तरह से न्याय मांगने आने वाली नाबालिक बच्चियों के साथ स्वयं थाने परिसर में रेप एवं दल बल के साथ जबरजस्ती घरों में घुसकर कमरे बंद कर लड़कियों के साथ क्रूरता कर मौत के घाट उतार देना, सिर्फ समाज एवं देश के लिए चिंता ही नहीं बल्कि इंसानियत मानवता के साथ-साथ समाज व संविधान को झकझोर देने वाली हो रही घटनाओं को गैर राजनीतिक समाज से सभी सामाजिक बुराइयों को जड़ से मिटाने के साथ-साथ समाज हितार्थ ऐतिहासिक बदलाव व समाज के पीड़ित एवं न्याय से वंचितों को निशुल्क न्याय दिलाने का काम कर रहे, "ऑपरेशन- विजय" बुराइयों के खिलाफ जंग जंग के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवमंगल सिंह {आई.पी.} ने गंभीरता से लेते हुए भारत के महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री एवं सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर खाकी में छिपे दरिंदे, माफिया, गुंडे एवं संविधान व समाज को बर्बाद करने वालों को चिन्हित कर बाहर का रास्ता दिखा सलाखों के पीछे भेजने एवं देश के सभी राज्यों में पुलिस के वर्तमान भ्रष्ट, निष्क्रिय एवं बड़ी संख्या में अपराधियों से भर चुके ढांचे को भंग कर, नया समाज हितार्थ आधुनिक पुलिस के ढांचे को बनाने की मांग की।

   उपरोक्त मीडिया को जानकारी देते हुए ऑपरेशन विजय प्रमुख शिवमंगल सिंह {आई.पी.} ने कहा कि ऑपरेशन विजय बुराइयों के खिलाफ जंग को सोशल मीडिया एवं ऑपरेशन विजय के पदाधिकारियों से प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार, जिस तरह से ललितपुर के थाना- पाली में गैंगरेप की शिकार हुई एक नाबालिग बच्ची जब न्याय मांगने थाने पहुंची तो वहां किसी अन्य ने नहीं बल्कि एक स्वयं थानाध्यक्ष तिलकधारी सरोज ने उस बच्ची से थाने परिसर के अपने सरकारी क्वार्टर में रेप किया, वही चंदौली जिले के थाना- सैयदराजा क्षेत्र के अंतर्गत एक सामान्य परिवार के मुखिया को पुलिस ने गुंडा एवं गैंगस्टर तक पहुंचाकर उस घर में दल बल के साथ वहां के थानाध्यक्ष उसे पकड़ने गॢए तो उसके वहां ना मिलने पर उसके घर में दो बेटियों को उन्हीं के कमरों में बंद कर जिस भीषण बेरहमी एवं क्रुरता से थानाध्यक्ष व उसके सहयोगियों ने पिटाई की जिसमें एक बच्ची ने मौके पर ही दम तोड़ दिया व दूसरी गंभीर घायल हो गई। इस पर भी वहां की पुलिस नहीं रुकी जिसने दम तोड़ने वाली बच्ची को अपने पद एवं शक्ति का दुरुपयोग करते हुए उन्हीं के घर में फांसी पर लटका कर वहां से भाग गए। 

     यह घटनाएं समाज संविधान इंसानियत मानवता को कलंकित करने वाली हैं, जिन्हें अति गंभीरता से लेते हुए, हमने देश की शीर्ष हस्तियों को पत्र लिखकर पुलिस के वर्तमान ढांचे को भंग कर नए समाज हितार्थ आधुनिक ढांचे को बनाने एवं खाकी में छिपे दरिंदे हत्यारे लुटेरे माफिया एवं गुंडों को बाहर का रास्ता दिखाकर उन्हें सलाखों के पीछे भेजने हेतु मांग रखते हुए अपना सुझाव दिया है।

     साथ ही उन्होंने कहा कि आज जिस तरह से समाज एवं संविधान की रखवाली पुलिस आए दिन समाज को झकझोर देने वाली घटनाओं को अंजाम देती है, वह पूरे समाज के लिए भय एवं चिंता का विषय है, इस गंभीर समस्या का जिम्मेदार लोगों को आगे आकर समाधान करना ही होगा। 

  अंत में उन्होंने कहा कि ऑपरेशन विजय का न्यायिक प्रकोष्ठ संविधान एवं सुरक्षा की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभा रही पुलिस के वर्तमान ढांचे को भंग कराकर नए आधुनिक ढांचे को बनवाने तक अपने संघर्ष में कोई कसर नहीं छोड़ेगा व अति शीघ्र समाज को ऑपरेशन विजय के संघर्ष का बेहतर परिणाम दिखाई देगा।


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