पल्स और सहारा में फंसा रुपया दिलवाने सड़क पर उतरी कांग्रेस
कानपुर, कानपुर नगर ग्रामीण कांग्रेस कमेटी जिला अध्यक्ष अमित पांडे के नेतृत्व में डीएम कार्यालय पर विशाल धरना प्रदर्शन किया उत्तर प्रदेश में विगत काफी लम्बे समय से कई फर्जी कम्पनियां चल रही है। इन कम्पनियों द्वारा पिछली कई सरकारों के कार्यकाल के समय पर लाखो लोगो को भारी मुनाफे का लालच देकर निवेश कराया गया, जिनमे पल्स व सहारा नाम की नामचीन कम्पनियां प्रमुख है। इन कम्पनियों मे बड़ी संख्या में गरीब और मध्यमवर्गीय परिवार के लोगों के पैसे फंसे हुये है, जिन्होंने अपने बच्चों की पढ़ाई, शादी आदि के लिए अपना पेट काटकर यह धनराशि इन कम्पनियों में जमा की थी। इन कम्पनियों के फर्जीवाड़े की चपेट में प्रदेश के लाखो लोग प्रभावित हुये है। आज भी प्रदेश में इस प्रकार की अनेको कम्पनियां चल रही है। जो आये दिन प्रदेश के भोलेभाले लोगो की जेबो पर खुलेआम डाका डालकर फल-फूल रही है। परन्तु सबका साथ-सबका विकास वाली भाजपा सरकार द्वारा इस पर अभीतक कोई संज्ञान नहीं लिया गया है और प्रदेश सरकार के पास इस फर्जीवाड़े में उत्तर प्रदेश के कितने लोगो के पैसे फंसे हुये है इसकी कोई सूचीं तक उपलब्ध नहीं है। प्रदेश के लोगो के साथ किये गये लूट-घसोट के कुछ बड़े मामले इस प्रकार है! पर्ल कम्पनी ने गलत तरीके से विगत 18 सालों में अपने चलाये गये अपने गोरख धंधे मे यहां के लोगों से 60 हजार करोड़ की राशि अवैध सामूहिक निवेश योजना (सी०आई०एस०) के जरिये जुटाई।बाजार नियामक SEBI के अनुसार पर्ल कम्पनी द्वारा पी०ए०सी०एल० के 127 लाख से अधिक निवेशकों के लूटे गये लगभग 10 हजार करोड़ में से अब तक केवल 438 करोड़ ही वापस मिल पाये है। इन आवेदकों के दावे ज्यादातर 10 हजार रुपये तक के ही है। अभी भी इस कम्पनी मे लोगो के लगभग 9500 करोड़ रुपया फंसा पड़ा है।SEBI ने निवेशको का पैसा लौटाने में असमर्थ रहने पर दिसम्बर 2015 में पी०एल०सी०एल० और उसके 9 प्रवर्तको तथा निदेशकों की सभी सम्पत्ती कुर्क करने के आदेश दिये थे।विरोध प्रदर्शन नगर अध्यक्ष नौशाद मंसूरी, प्रमोद जयसवाल, करिश्मा ठाकुर, शबनम आदिल, प्रमोद जायसवाल, जियाउररहमान, सुनील बाल्मीकि, आदि लोग मौजूद रहे!
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