जन्म जयंती करूणानिधान मैरेज हॉल हावपुर भडारी,में संपन्न हुआ, जिसमें कार्यक्रम अध्यक्ष मांo अनिल त्रिपाठी विधायक
डा बेचन प्रसाद यादव
सन्त कबीर नगर परम देश भक्त,परम शूरवीर महाराणा प्रताप की जन्म जयंती करूणानिधान मैरेज हॉल हावपुर भडारी,में संपन्न हुआ,जिसमें कार्यक्रम अध्यक्ष मांo अनिल त्रिपाठी विधायक मेहदावल,मुख्य अतिथि के रूप में यूथ आइकन अवॉर्डी बीजेपी के वरिष्ठ नेता प्रदीप सिसोदिया रहे और विशिष्ट अतिथि डॉo संजय सिंह जिलाध्यक्ष श्री राजपूत करणी सेना, हरिओम सिंह अंकित,सूरज सिंह,दिलीप सिंह,क्रांति सिंह,अंकुर सिंह, राणा सिंह प्रधान हकीमपुर, प्रिंस सिंह शिवम्,समीर सिंह,अंशुमान सिंह,आजाद सिंह,आशीष मिश्रा,राजा अनूप सिंह,पंकज सिंह,अजीत पाल,अंकुर पांडेय,दिवाकर सिंह,राजा, महीप बहादुर पाल, शुभम सिंह,अंशुमान सिंह, राजू भारती,यश प्रताप सिंह,प्रमोद यादव,रतन सिंह,
मुख्य अतिथि प्रदीप सिसोदिया ने कहा कि राणा प्रताप आज एक विचारधारा हैं जो देश भक्ति और वीरता के प्रतीक हैं, राणा प्रताप का जीवन देश की रक्षा और भारत के मातृशक्तियों के सिंदूर की लड़ाई थी,
कार्यक्रम अध्यक्ष अनिल त्रिपाठी ने कहा कि समाज क्षत्रियों के ऋण से मुक्त नहीं हो सकता है, जब किसी देश भक्त और शूरवीर का नाम लिया जाता है तो सबसे अग्रणीय राणा प्रताप जी का नाम आता है,समाज हमरा विदेशियों के आक्रमण में वर्षों गुलाम रहा जिससे देश की संस्कृति का नुकसान हुआ और जातियों में बांट के देश को कमजोर किया,आज सौभाग्य है उस शूरवीर के जन्म जयंती पर उपस्थित होने का अवसर प्राप्त हुआ और प्रदीप सिसोदिया की मांग राणा प्रताप के मूर्ति की मांग किया उसे मै अपने विधान सभा में इसी वर्ष स्थापित करने की घोषणा करता हूं,और सौभाग्य है कि राणा प्रताप जी की मूर्ति लगाने का गौरव प्राप्त होगा,,,,मुख्य अतिथि प्रदीप सिसोदिया ने कहा कि राणा प्रताप एक जाती नहीं एक विचारधारा हैं जिनके नाम मात्र से देशभक्ति और वीरता का संचार हो जाता है,राणा प्रताप का जीवन त्याग और बलिदान के साथ मातृभूमि की रक्षा में वर्षों जंगलों में रहकर युद्ध कर वीरगति को प्राप्त हुवे लेकिन अकबर की स्वाधीनता स्वीकार नहीं किया,राणाप्रताप ने अपने ही समाज के देशद्रोही मान सिंह के विरुद्ध युद्ध लड़ा,अकबर के सेनापति बहलोल खान को उसके घोड़े समेत दो धड़ों में काट दिया,आज भारत में भी ठीक उसी प्रकार की परिस्थिति बन रही पड़ोसी देश लगातार भारत में आतंकी दहशत के साथ जाति और धर्म के नाम पर षडयंत्र रचते रहता है, एक समय था राणा प्रताप भी भारतीय स्मिता के सिंदूर की लड़ाई लड़ी थी और आज भी उसी परंपरा में ऑपरेशन सिंदूर के तहत दुष्ट पड़ोसी से युद्ध हो रहा है,सिसोदिया ने आगे कहा कि कुछ राजनैतिक पार्टियां मानसिक विक्षिप्त होकर हमारे महापुरुषों को गालियां दिलाने का कार्य कर रहीं हैं हाल ही में राणा सांगा को गद्दार कहा जबकि राणा सांगा जीवन में सैकड़ों युद्ध लड़े लेकिन एक भी युद्ध नहीं हारा,युवाओं से अपील है कि ऐसे विक्षिप्त नेता या पार्टी का विरोध हो लेकिन विरोध हिंसात्मक नहीं हो क्यों कि क्षत्रिय हमेश न्याय प्रिय होता है, साथ ही कार्यक्रम में उपस्थित विधायक मांo अनिल त्रिपाठी से मांग किया कि मेहदावल विधानसभा के किसी महत्वपूर्ण जगह पर महाराणा प्रताप की मूर्ति अतिशीघ्र लगाई जाए,महीप बहादुर पाल अधिवक्ता ने कहा कि भारत की वर्तमान परिस्थिति में देश की रक्षा और राणा प्रताप के समय की परिस्थिति एक जैसी रही और राणा प्रताप ने जिस बहादुरी से देश की रक्षा किए थे उसी की वजह से नायक पुरुष के रूप में स्थापित हो गए, डाo संजय सिंह जिलाध्यक्ष श्री राजपूत करणी सेना ने कहा कि भारत में राणा प्रताप युवाओं के लिए प्रेरणा श्रोत होना चाहिए,हाल ही में हमारे देश भक्त राणा सांगा के ऊपर गलत टिपड़ी करने वाले और उसकी पार्टी को आगामी चुनाव में बड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा,राघवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि राणा प्रताप का जीवन बहुत चुनौतीपूर्ण था लेकिन उन्होंने कभी हिम्मत नहीं हारा उनसे युवाओं को प्रेरणा लेनी चाहिए,संजय सिंह ने कहा कि राणा प्रताप का जीवन हमारे लिए एक बड़ा संदेश है,वर्तमान में हम जातियों में बंट कर अपना एक बड़ा नुकसान कर दिया जिसे सुधारने की जरूरत है,,कार्यक्रम को और मुख्य रूप से करतार सिंह,राम बहादुर सिंह,अंशुमान सिंह,समीर सिंह,शुभम सिंह , केo पी o सिंह,,कार्यक्रम का आयोजन सूरज सिंह,हरिओम सिंह अंकित,अंकुर सिंह,अंशुमान सिंह ने किया,, कार्यक्रम का शुभारंभ राणा प्रताप जी के चित्र पर,कार्यक्रम अध्यक्ष, मुख्य अतिथि, विशिष्ठ अतिथि एवं आयोजकों द्वारा माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर प्रारंभ किया गया तत्पश्चात अतिथियों का माल्यार्पण और कार्यक्रम में उपस्थित सभी समाज के वृद्धजनों का मंच पर माल्यार्पण कर सम्मानित किया गया
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