संविदा कर्मियों की छंटनी के विरोध में सत्याग्रह
लखनऊ। विद्युत संविदा मजदूर संगठन, उप्र की एक आवश्यक बैठक आज संगठन के केंद्रीय कार्यालय हमबरा अपार्टमेंट, नरही, लखनऊ में वरिष्ठ मजदूर नेता आर एस राय की अध्यक्षता में संपन्न हुई जिसमें प्रांतीय प्रभारी पुनीत राय द्वारा जानकारी दी गई कि गत 30 सितंबर 2024 को पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम, वाराणसी के निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) आर. के. जैन द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से निर्देश जारी किया था कि उप्र पावर कॉरपोरेशन द्वारा वर्ष 2017 में जारी किए गए ज्ञापन संख्या 295 ज.श. एवं प्रा.सु. (2017) द्वारा निर्धारित मैनपावर के मानक के अनुसार ही संविदा कर्मियों को काम पर रखा जाएगा ।
राय ने बताया कि उक्त आदेश को लागू किए जाने से पूर्वांचल डिस्काम में लगभग 3000 संविदा कर्मचारियों की छंटनी का आदेश अधीक्षण अभियंताओं द्वारा कर दिया गया है जो न केवल गैर कानूनी है बल्कि राज्य सरकार के रोजगार नीति के विरोध में भी है।
संविदा संगठन के प्रदेश अध्यक्ष नवल किशोर सक्सेना ने बताया कि वर्ष 2017 में प्रदेश की बिजली खपत 14,000 मेगावाट थी, जो अब 29,000 मेगावाट तक पहुंच गई है। इसी प्रकार, पूर्वांचल डिस्कॉम के उपभोक्ता 58 लाख से बढ़कर 1.25 करोड़ हो चुके हैं ऐसे में 2017 का मानक 2024 में लागू करके संविदा कर्मचारियों की छंटनी का कोई औचित्य नहीं है।
संगठन के प्रांतीय महामंत्री भोला सिंह कुशवाहा ने बताया कि यदि उक्त आदेश वापस नहीं लिया गया तो 18 अक्टूबर 2024 को वाराणसी स्थित पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक कार्यालय पर शांतिपूर्ण सत्याग्रह किया जाएगा। यदि इसके बाद भी संतोषजनक समाधान नहीं निकला, तो संगठन 22 अक्टूबर 2024 से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू करेगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रबंधन की होगी।
विद्युत मजदूर संगठन के प्रदेश अध्यक्ष विमल चंद्र पाण्डेय ने बताया कि संविदा कर्मचारियों के साथ किया जा रहे अन्याय के विरोध में संविदा मजदूर संगठन द्वारा किए जा रहे आंदोलन का समर्थन किए जाने हेतु विद्युत मजदूर संगठन के सदस्यों को निर्देश जारी कर दिया गया है ।
बैठक में अरुण कुमार (संरक्षक) सहित रजनीश शर्मा, शिवकुमार, गुड्डू मिश्रा, आशीष कुमार, सुंदरलाल, पंकज कुमार, विनोद श्रीवास्तव, संजय सिंह, आर. पी. पाल, अवनीश श्रीवास्तव, बसंत लाल, राम प्रसाद पाल, संजय श्रीवास्तव, अशोक पाल आदि प्रमुख लोग उपस्थित थे।
Post a Comment