बकरीद की तैयारियां शुरु, खरीदा जाने लगा बकरा
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश जिलहिज्जा इस्लाम धर्म का 12वां व अंतिम महीना है। जिलहिज्जा माह का चांद 30 जून की शाम देखा जाएगा। चांद देखे जाने पर उलमा किराम ईद-उल-अजहा (बकरीद) पर्व मनाए जाने की तिथि की घोषणा करेंगे। इस बार बकरीद पर्व 10 या 11 जुलाई को पड़ेगा। कोरोना महामारी व लॉकडाउन के करीब दो साल बाद इस बार रवायत के अनुसार बकरीद पर्व मनाया जाएगा। बकरों की खरीदारी शुरु हो गई है। रहमतनगर के हसन के यहां कुर्बानी के लिए तीस हजार रुपए में दो बकरा आया है। वहीं अली गजनफर शाह ने कुर्बानी के लिए भैंस खरीदी है। पर्व के करीब आते ही जामा मस्जिद उर्दू बाजार के बाहर, इलाहीबाग, खूनीपुर, जाहिदाबाद, शाहमारुफ, अस्करगंज, तुर्कमानपुर, रसूलपुर, गोरखनाथ, रहमतनगर, उंचवा, जाफरा बाज़ार सहित कई जगहों पर कुर्बानी के जानवरों का बाज़ार गुलजार होगा।हाफिज रहमत अली ने बताया कि जिलहिज्जा माह की 10 तारीख़ को ईद-उल-अजहा (बकरीद) पर्व मनाया जाता है। चांद के दीदार पर पर्व इस बार 10 या 11 जुलाई को मनाया जाएगा। पर्व के मौके पर मुस्लिम समाज द्वारा लगातार तीन दिन तक कुर्बानी की जाती है। जिलहिज्जा माह में ही देश व दुनिया के लाखों मुसलमान हज अदा करते हैं। भारत से भी बड़ी संख्या में हज यात्री मक्का व मदीना शरीफ़ पहुंचे हुए हैं।वहीं जिलहिज्जा माह में ही कई अज़ीम हस्तियों का उर्स-ए-पाक है। मुस्लिम समाज द्वारा कुरआन ख्वानी, फातिहा ख्वानी व दुआ ख्वानी कर इसाले सवाब किया जाएगा।
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