वीसी डॉक्टर सोनिया नित्यानंद व उनके अधिकारी मरीजों कि जान के साथ कर रहे हैं खिलवाड़ - ADAP News - अपना देश, अपना प्रदेश!

Header Ads

वीसी डॉक्टर सोनिया नित्यानंद व उनके अधिकारी मरीजों कि जान के साथ कर रहे हैं खिलवाड़

 


लखनऊ केजीएमायू कि वीसी साहिबा व उनके अधिकारी बड़ी घटना के इंतजार में केजीएमयू वीसी डॉ० सोनिया नित्यानंद से पत्रकार ने मामले कि मांगी थी जानकारी पत्रकार द्वारा मामले मे फोन कर जानकारी मांगने पर वीसी ने खबर चलाने से पत्रकार को किया मना। कहा कि खबर चलाने से क्या होगा, ये कोई बड़ी बात नही है यानी कि यह सब वीसी साहिबा के लिए आम बात है। खबर चलाने से पहले वीसी ने पत्रकार से कहा कि आप पहले मुझसे मेरे कार्यालय में आकर मिलिए उसके बाद ही खबर चलाइयेगा। जब पत्रकार ने वीसी को बताया कि वह लखनऊ में नही है, तो वीसी ने कहा किसी को भेज दीजिये। आखिर वीसी ने इस घटना पर पत्रकार से ऐसा क्यो कहा? वीसी साहिबा को जब पत्रकार ने बताया कि वह लखनऊ से बाहर है तो उन्होंने कहा कि आप किसी अपने सहयोगी पत्रकार को भेज दीजिये। पूरे मामले कि सच्चाई पत्रकार के मोबाइल मे कैद हो गई है। केजीएमयू प्रशासन पर फिर उठे सवाल, सरकार कि साफ छवि धूमिल करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहीं वीसी साहिबा। इससे जनता साफ अंदाजा लगा सकती हैं कि पूरे प्रदेश में स्वास्थ सेवाएं किस तरह चल रही होगी। राजधानी में एक बार फिर केजीएमयू प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिये है माइक्रोबायोलॉजी और ओपीडी की लैब में सीरिंज का खत्म होना एक सवाल है आखिर इतने बड़े संस्थान में सीरिंज कैसे खत्म हो गई। राजधानी लखनऊ के केजीएमायू में सीरिंज खत्म होना छोटी बात नहीं। सीरिंज जैसी छोटी चीज खत्म हो जाना केजीएमयू प्रशासन पर सवालिया  निशान खड़ा होता नजर आ रहा है। जबकि लैब में कई अधिकारियों कि रहती हैं निगरानी। ऐसे में उच्य अधिकारियों कि ऐसी लापरवाही को क्या समझा जाए? ओपीडी और माइक्रोबायोलॉजी लैब में सीरिंज का खत्म होना कोई छोटी बात नहीं। यदि इस परिस्थिति में किसी भी व्यक्ति की जांच में विलंब या जांच अधूरी रह जाए तो क्या होगा? कहीं सीरिंज की वजह से किसी भी व्यक्ति की जान चली जाए तो केजीएमयू प्रशासन वापस लौटा पायेगा ऐसे में नीचे से लेकर ऊपर तक बैठे सभी अधिकारियों पर सवालिया निशान खड़ा होता नजर आ रहा है। और केजीएमयू प्रशासन तो सिर्फ और सिर्फ खाना पूर्ति कर किसी छोटे कर्मचारी पे कार्यवाही कर अपना पीछा छुड़ा लेगा। इस मामले में केजीएमयू मे बैठे उच्य अधिकारियों को प्रमुखता से संज्ञान लेना चाहिए और दोसी व्यक्ति के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही करनी चाहिए। बड़ा सवाल इस बड़ी घटना का जिम्मेदार कौन, क्या किसी कर्मचारी के ऊपर कोई कार्यवाही होगी या नही बाकी ये पब्लिक है पब्लिक ये सब जानती है।

No comments