हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के नक्शे कदम पर चलने का आह्वान
इस्लामी स्कॉलर्स ने समाज सुधार पर दिया बल
जयपुर, राजस्थान सुन्नी दावते इस्लामी का सालाना इजलास जश्ने ताजदार ए शब-ए-असरा के रूप में यहां मस्जिद शेखान चार दरवाजा में एक विशाल अधिवेशन के रूप में आयोजित किया गया। जिसमें प्रदेश, देश, विदेश के इस्लामी विद्वान व स्कॉलर्स ने हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की जीवनी पर विस्तार से प्रकाश डाला तथा उपस्थित जनों से आह्वान किया कि वे हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के बताएं नक्शे कदम पर चलकर अपने जीवन को संवारे। वहीं विभिन्न वक्ताओं ने समाज में फैलती बुराइयों पर रोक के साथ इन्हें समूल नष्ट करने की बात कही। साथ ही हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती रहमतुल्लाह अलैह की तालीमात और सूफिज्म के मार्ग पर चलने की ताकीद की।
जयपुर शहर मुफ्ती अब्दुस्सत्तार साहब के सानिध्य में आयोजित इस अधिवेशन की अध्यक्षता हाफिज मौलाना इकबाल साहब ने की। वहीं सुन्नी दावते इस्लामी जयपुर के निगरां मौलाना सैयद मोहम्मद कादरी साहब ने अपने बयान में सूफिज्म को प्रोत्साहित करने तथा हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती रहमतुल्लाह अलैह की तालीमत को जीवन में अपनाने की उपस्थित जनों से अपील की। साथ ही उन्होंने नौजवानों में फैल रही नशे की लत को समाप्त कर हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहू अलैहि व सल्लम की शिक्षाओं पर चलने का आह्वान किया।
सूफिज्म को प्रोत्साहित करने का आह्वान।
अधिवेशन में श्रीलंका से आए मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता हाफिज एहसान इकबाल साहब ने पैगंबरे इस्लाम की मेराज की फजीलत पर विस्तार से व्याख्यान दिया। साथ ही नौजवानों को नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के तरीके पर चलने की अपील की। वहीं उन्होंने सूफिज्म को फॉलो करने का आह्वान किया। साथ ही सूफिज्म की शिक्षाओं के प्रचार प्रसार का उपस्थित जनों से आह्वान किया।
नमाज की पाबंदी करने पर दिया बल।
अधिवेशन में मस्जिद आहंगरान के इमाम मौलाना कारी मोइनुद्दीन ने नमाज की पाबंदी करने पर बल दिया। अधिवेशन के संयोजक मौलाना सैयद मोहम्मद कादरी ने सभी आगंतुकों का आभार जताया। वहीं दुआ के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
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