अरविन्द सिंह द्वारा प्रताड़ित किये जाने से की थी रामचन्द्र ने आत्महत्या-राकेश रावत
कानपुर-के०डी०ए० कर्मचारी राकेश रावत (निलम्बित सर्वेयर) को कूटरचित दस्तावेजो के बल पर निरंजन मिश्रा द्वारा की गई शिकायत पर के०डी०ए० उपाध्यक्ष द्वारा निलम्बित कर दिया गया था।
जिसमें शिकायतकर्ता द्वारा कूटरचित दस्तावेजो के द्वारा आरोप लगाया गया कि राकेश रावत (निलम्बित सर्वेयर) ने 218 घाटमपुर विधान सभा में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है,एवं साथ ही मरदाताओ को प्रधानमंत्री आवास योजना का प्रलोभन दिया जा रहा है।
विदित हो कि राकेश रावत फर्जी रजिस्ट्री गिरोह के मुद्दे को लगातार उठा रहे थे जिससे उपाध्यक्ष विकास प्राधिकरण के कर्यालय में कार्यरत पी०ए० के ऊपर उन्होंने गम्भीर आरोप लगाये थे,उसके बावजूद भी उपाध्यक्ष लगातार अपने पी०ए० को संरक्षण प्रदान कर रहे थे। भ्र्ष्टाचार के खिलाफ आवाज़ बुलंद करने के कारण अनुसूचित जाति कर्मचारी राकेश रावत (निलम्बित सर्वेयर) को आय से अधिक आरोप में मूल वेतन पर अवनत कर दिया गया।
इस सम्बंध में राकेश रावत ने पत्र को बताया कि उनके द्वारा आय से अधिक कुछ भी धन नहीं अर्जित किया गया है,परन्तु फिर भी उनको आरोपी बनाया गया है। उनके द्वारा अरविन्द सिंह उपाध्यक्ष पर व्यक्तिगत नाराज होने के आरोप लगाये गये हैं,और अन्य कर्मचारी को संरक्षण प्रदान करने के आरोपों में कहा गया कि उनकी प्रताड़ना से लखीमपुर खीरी में कार्यवाहक A.D.O. रामचन्द्र ने आत्महत्या कर ली थी,उनके द्वारा सोशल मीडिया में चल रहे दो सुसाइड नोटों का जिक्र भी किया गया।
राकेश रावत (निलम्बित सर्वेयर) ने अरविन्द सिंह की कार्यशैली को अनुसूचित जाति को प्रताड़ित करने वाला बताया।उन्होंने मण्डलायुक्त व जिलाधिकारी कानपुर नगर से विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष अरविन्द के खिलाफ प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करने की अनुमति मांगी है।
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