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किताबों के जरिए घरों में पहुंचा रहे पैग़ंबरे इस्लाम की तालीम व मोहब्बत का पैग़ाम


 गोरखपुर, उत्तर प्रदेशआगामी पैग़ंबरे इस्लाम हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का जन्मदिवस (यौमे पैदाइश) है। इस मौके पर तंजीम कारवाने अहले सुन्नत ने पैग़ंबरे इस्लाम के मोहब्बत व अमन शांति के पैग़ाम को जन-जन तक पहुंचाने की मुहीम शुरू की है। जिसके तहत पैग़ंबरे इस्लाम की मुबारक जिंदगी पर आधारित किताब 'सीरते मुस्तफा' बांटी जा रही है।   

कार्यक्रम संयोजक कारी मोहम्मद अनस रज़वी ने बताया कि मुहीम के  पहले चरण के तहत उर्दू अकादमी उप्र के चेयरमैन चौधरी कैफुलवरा, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी आशुतोष पांडे, एमएसआई इंटर कॉलेज बक्शीपुर के प्रधानाचार्य जफ़र अहमद खान सहित शहर के शिक्षक, अधिवक्ता, इंजीनियर, डॉक्टर, खिलाड़ी, पत्रकार, व्यापारी, छात्र  सहित अवाम में पैग़ंबरे इस्लाम की मुबारक जिंदगी व तालीमात पर आधारित किताब बांटी गई है । मुहीम को अवाम का भरपूर सहयोग व सराहना मिल रही है। किताब बांटने का सिलसिला अक्टूबर माह तक जारी रहेगी।

नायब काजी मुफ़्ती मोहम्मद अज़हर शम्सी ने बताया कि पैग़ंबरे इस्लाम हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि की मुबारक जिंदगी, पैग़ाम व तालीमात से अवाम को रूबरू करवाना हम सभी कि जिम्मेदारी व वक्त की अहमतरीन जरूरत है। जितना ही हम पैग़ंबरे इस्लाम की मुबारक जिंदगी का अध्ययन करेंगे उतना ही पैग़ंबरे इस्लाम के प्रति अकीदत व मोहब्बत बढ़ती जाएगी। पैग़ंबरे इस्लाम पूरी कायनात के लिए रहमत हैं। पैग़ंबरे इस्लाम की तालीमात व पैग़ाम हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध सभी के लिए है। हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम सब लोग पैग़ंबरे इस्लाम की मुबारक जिंदगी का अध्ययन कर उनकी तालीमात पर अमल कर नेक बनें। मुहीम का मकसद समाज में प्यार बांटना है। मुहीम में मुफ़्ती-ए-शहर अख़्तर हुसैन मन्नानी, मुफ़्ती मेराज अहमद कादरी, हाफिज रहमत अली निजामी, हाफिज महमूद रज़ा कादरी, हाफिज आमिर हुसैन निज़ामी आदि का विशेष सहयोग मिल रहा है।

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