शाहरुख को फांसी दो,झारखंड सरकार बर्खास्त करो, प्रदर्शन कर सौंपा ज्ञापन
कानपुर, 23 अगस्त को सुबह पांच बजे दुमका की रहने वाली 12 क्लास की छात्रा अंकिता सिंह जब अपने कमरे में सो रही थी, तब उसके ऊपर शाहरूख हुसैन नामक युवक ने पेट्रोल उड़ेलकर आग लगा दी थी। इस घटना में अंकिता 90 प्रतिशत जल गई थी। उसे आनन-फानन में रांची स्थित रिम्स अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। पांच दिन तक जिंदगी और मौत के बीच जद्दोजहद करते हुए आखिरकार 29 अगस्त रात ढ़ाई बजे उसकी मौत हो गई। मरने से पहले मजिस्ट्रेट के सामने उसने अपनी पूरी आपबीती सुनाई कि किस तरह उसी के मोहल्ले का रहने वाला शाहरूख हुसैन बीते दो सालों से उसकी जिंदगी को नरक बनाए हुआ था।इस हत्याकांड को लेकर झारखंड सहित पूरे देश में उबाल आया हुआ है। उक्त घटना से कानपुर के जनमानस में भारी आक्रोश है पुतला दहन से पूर्व कानपुर के जनमानस ने उसके पुतले को जूते चप्पलों से पीटा एवं पीटकर आग के हवाले कर दिया।
प्रदर्शन में शामिल सभी लोगों द्वारा शाहरुख को फांसी दो,झारखंड सरकार बर्खास्त करो हेमंत सोरेन मुर्दाबाद अंकिता को न्याय दो, के जोरदार गगनचुंबी नारे लगाए गए।
अखिल भारतीय पीड़ित अभिभावक महासंघ के अध्यक्ष राकेश मिश्रा ने कहा कि
ऐसे आरोपियों को शरिया कानून के अनुसार सजा देनी चाहिए । वरिष्ठ अधिवक्ता अवधेश कुमार पांडे ने कहा कि देश में हर क्षेत्र में बेटियों के साथ अन्याय होता रहता है और संसद व् सरकार कुछ नहीं कर पा रही है |अधिवक्ता सुश्री ऊषा मिश्रा ने कहा कि हम अधिवक्ता गण बार काउंसिल ऑफ इंडिया व झारखंड बार काउंसिल से आग्रह करेंगे कि कोई अधिवक्ता इन दरिंदों का केस ना लड़े।प्रदर्शन में प्रमुख रूप से राकेश मिश्रा, वरिष्ठअधिवक्ता अवधेश कुमार पांडे,नवीन अग्रवाल,संजीव चौहान, ज्योति शुक्ला,सुधा गुप्ता,रमा शर्मा,सुमन गुप्ता,माया त्रिपाठी,मंजू मिश्रा,डॉ सुषमा सिंह,सीमा त्रिपाठी,आनंद विश्वकर्मा, प्रदीप कुमार ईश्वर चंद्र विद्यासागर, डॉक्टर जय नारायण शर्मा, शिवम कुशवाहा, विकास सिंह, मोहित गोस्वामी,श्रीकांत दीक्षित,रवि शुक्ला,अधिवक्ता दयाल तिवारी, आदि उपस्थित हुए
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