जालसाजों को संरक्षित कर रहे उपाध्यक्ष-बोर्ड सदस्य - ADAP News - अपना देश, अपना प्रदेश!

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जालसाजों को संरक्षित कर रहे उपाध्यक्ष-बोर्ड सदस्य

 


कानपुर-जब सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का यह कहावत बिल्कुल फिट बैठता है कानपुर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष कार्यालय में पदस्थ लिपिक कश्यप कांत दुबे पर। क्यूंकि बोर्ड सदस्य राम लखन रावत द्वारा उन पर आरोप लगाया जा रहा है कि शहर में बड़े अवैध बिल्डिंगों निर्माण में संरक्षण देने का कार्य कर रहे है,एवं फर्जी रजिस्ट्री के गिरोह के सदस्यों को भी संरक्षण दे रहे हैं।बोर्ड मेंबर द्वारा आरोप लगाने के उपरांत भी केडीए के उपाध्यक्ष ने कोई कार्रवाई नहीं की।बोर्ड मेम्बर द्वारा साक्ष्यों के साथ कई बार पत्र मंडलायुक्त को भी दिए गए परन्तु कोई कार्यवाही नहीं हुई।जब उच्चाधिकारियों से पूछा जाता है कि आरोपी का स्थानांतरण क्यों नहीं किया जा रहा है,तो अधिकारी बड़ा चौंकाने वाला शब्द बोलते है कि कानपुर विकास प्राधिकरण में इनसे योग्य कोई व्यक्ति नहीं है।

जबकि इस लिपिक पर पूर्व में कई आरोप लग चुके हैं,इस लिपिक के दूसरे साथी कंचन गुप्ता को फर्जी रजिस्ट्री करने के मामले में बर्खास्त कर दिया गया है साथ ही इस लिपिक की नियुक्ति पर भी सवाल उठाए हैं,परंतु इस लिपिक पर कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि कानपुर विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष कार्यालय इस लिपिक द्वारा ही चलाया जा रहा है।

एक ओर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं वहां पर ऐसे कर्मचारी सरकार की पालिसी पर कुठाराघात कर रहे हैं।ऐसे में केडीए बोर्ड मेंबर बराबर सवाल उठा रहे हैं कि संरक्षण देने वाले अधिकारी और कर्मचारी को तत्काल प्रभाव से स्थानांतरण किया जाए।

ऐसे में देखना है केडीए के उपाध्यक्ष आरोपी बाबू पर कोई कार्रवाई करते हैं कि नहीं?


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