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आई एम ए सेमिनार हॉल में वार्ता का आयोजन

 


इंडियन मेडिकल एसोसिएशन कानपुर शाखा द्वारा  दिन शुक्रवार को एक पत्रकार वार्ता का आयोजन आईएमए के सेमिनार हॉल में किया गया। इस पत्रकार वार्ता को आईएमए कानपुर के अध्यक्ष डॉ० बृजेन्द्र शुक्ला, डॉ० शिप्रा माथुरए सीनियर न्यूट्रीशिनिस्ट एण्ड वेट मैनेजमेन्ट कन्सल्टेन्ट परफेक्ट प्वाइंट, कानपुर, डॉ० रघुवीर माथुर चीफ कन्सल्टेन्ट परफेक्ट प्वाइंट ओबेसिटी क्लीनिक और डॉ० देवाज्योति देवरायए सचिव, आईएमए कानपुर ने संबोधित किया। इस प्रेसवार्ता का विषय "वर्ल्ड ओबेसिटी डे २०२२" था, जिसके दुस्परिणामों से आम जनता को जागरूकता व उससे बचाव था।आईएमए कानपुर के अध्यक्ष डॉ० बृजेंन्द्र शुक्ला ने आए हुए सभी पत्रकारों का स्वागत किया और बताया कि मोटापा शरीर में अत्यधिक चर्बी जमा होने से होने वाली गम्भीर बीमारी है जो अधिक भोजन करने व कम शारीरिक श्रम करने से पैदा होती है। मोटापा अनुवांशिक या वातावरण के प्रभाव से हो सकता है। भारत वर्ष में मोटापा बढ़ने के कारणों में बढ़ती आमदनी नौकरों का चलन, रिमोट या लिफ्ट आदि का बढ़ावा प्रचलन और पैदल चलने की जगह मोटर साइकिल या कार का इस्तेमाल प्रमुख कारण है इसके अलावा दूध और इससे बने उत्पादन, फास्टफूड और शीतल पेयों का अधिक प्रचलन भी मोटापा बढ़ाता है बढ़ते तनाव के कारण अनियमित खान-पान भी मोटापे का कारण है। पिछले एक दशक से मोटापा भारत वर्ष में महामारी का रूप ले चुका है। दिल्ली जैसे शहर में हर दूसरा व्यक्ति मोटा है हर तीसरे व्यक्ति को ब्लडप्रेशर की शिकायत है और दुनिया में सबसे ज्यादा मधुमेह रोगी भारत वर्ष में पाये जाते हैं। मोटापे से विभिन्न प्रकार की बीमारियाँ हो सकती है जिसमें डायबटीज, रक्तचाप, हार्टअटैक, आर्थराइटिस, पित्ताशय की पथरी, लीवर की खराबी, बांझपन व कैंसर जैसे गम्भीर रोग हो सकते हैं। जीवन शैली में बदलाव, सादा भोजन और दैनिक व्यायाम द्वारा मोटापे से बचा जा सकता है एक बार मोटा होने पर नियंत्रित खान-पान व विशेषज्ञ डाक्टर की सलाह से व्यायाम व दवायें शरीर को चुस्त दुरस्त रखने में सहायक हो सकती है। विशेष तौर पर बच्चों पर बढ़ते मोबाइल के प्रचलन के वजह से जैसे बच्चों में फिजिकल एक्टिविटी बहुत ही कम हो गयी है बच्चे आउटटोर खेलों के बजाय मोबाइल पर ही गेम खेलना पसंद करते हैं जिसकी वजह से बच्चों में मोटापा अनियंत्रित रूप से बढ़ रहा है।


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