भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस दिवास्वप्न
गोरखपुर। उत्तर प्रदेश में शासकीय तंत्र लोकहित के मुद्दों पर भले ही असफल है, भ्रष्टाचार के निरंकुश फैलते व्यापार के संरक्षण व विकास में सफलता की तरफ बढ़ता नजर आ रहा है जिसके विरुद्ध सीएम सिटी में विगत 258 दिनों से तीसरी आंख मानवाधिकार संगठन के प्रतिनिधि मंडल का सत्याग्रह संकल्प जारी है जिसे देखकर सहजता से अंदाजा लगाया जा सकता है कि शासकीय तंत्र का भ्रष्टाचार के जीरो टॉलरेंस का शंखनाद कोरा बकवास है। एक तरफ सरकार भ्रष्टाचारियों का संरक्षण करने में मदमस्त है, दूसरी तरफ नागरिकों को भ्रष्टाचार पर कोरे आश्वासन देने में व्यस्त है, क्योंकि अगर भ्रष्टाचार पर शासकीय तंत्र का जीरो टॉलरेंस से वास्ता होता तो विगत दशकों में अरबों खरबों रूपए के घोटालों पर प्रधान लेखाकार व मुख्य लेखा परीक्षक की वार्षिक लेखा परीक्षण रिपोर्ट की अधिकारिक जानकारी पर शासकीय तंत्र कुंभकर्णी नींद में न सोता। अगर यह कहा जाए कि उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग के प्रति वर्ष अरबों खरबों रूपए के घोटालों में शासकीय तंत्र सराबोर है तो अतिशयोक्ति नहीं होगा। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित संगठन के संस्थापक महासचिव शैलेंद्र कुमार मिश्रा, अनूप शुक्ला, अशोक तिवारी दिवानी बार गोरखपुर, योगेन्द्र कुमार मिश्रा एडवोकेट महामंत्री जिला कलक्ट्रेट बार एसोसिएशन, डी एन सिंह ठेकेदार जन कल्याण समिति लखनऊ के प्रदेश उपाध्यक्ष, रामनिवास गुप्ता, वरिष्ठ कार्यकर्ता जियाउद्दीन अन्सारी, राजेश शुक्ला अधिवक्ता कमिश्नरी बार गोरखपुर, अनूप कुमार मिश्रा एडवोकेट स्नेहा मिश्रा एडवोकेट दीवानी कचहरी गोरखपुर विरेन्द्र कुमार वर्मा, विरेन्द्र राय, जिला मंत्री रामचन्दर दूबे, जिला संयोजक राजमंगल गौर, जिला मीडिया प्रभारी शशी कांत, नानू अंसारी, बृजराज सैनी, संतोष गुप्ता, संजय गुप्ता, राजेश्वर पांडे, गिरजा शंकर नाथ, इत्यादि भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
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