गीता श्लोक प्रतियोगिता एवं पुरस्कार वितरण - ADAP News - अपना देश, अपना प्रदेश!

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गीता श्लोक प्रतियोगिता एवं पुरस्कार वितरण


कानपुर, बी०एन०एस०डीका विद्यालय में स्थ० दीपक लाहोटी जी की पुण्य स्मृति में  लक्ष्मी देवीलाहोटीचेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा गीता जयन्ती पर "गीता श्लोक प्रतियोगिता एवं पुरस्कार वितरण समारोह का हुआ जिसका शुभारम्भ श्रद्धेचा ब्रह्मचारिणी भगवती चैतन्य, नमिता सिंह एवं रोचना विश्नोई माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन तथा स्व० दीपक लाहोटी जी के चित्र पर माल्यार्पण कर किया। मुख्य वक्ता ब्रह्मचारिणीभगवती चैतन्य जी ने अपने उद्बोधन में प्रतिभागियों का मार्गदर्शन करते हुये कहा कि हमारे भारत देश का जतीत अत्यन्त गौरवशाली रहा है। धर्म की अवधारणा हमारे देश से ही प्रारम्भ हुयी है। वे संसार के प्राचीनतम ग्रन्थ है। वेदों की रचना भारतवर्ष में दी हुयी है धर्म, संस्कृति, सभ्यता का प्रसार सर्वप्रथम यही हुआ। विद्यार्थी का परम लक्ष्य है अत: उसे एक होकर कर्म करते रहना चाहिए जीवन में हमें परीक्षाओं से भयभीत नहीं होना चाहिए। विपरीत परिस्थितियों में भी संघर्ष करते हुए आगे बढ़ना ही सफलता का प्रमुख ध्येय है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मा० पं० रमाकान्त मिश्र  ने अपने अध्यक्षीय आशीर्वचन में स्व० कोटी व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर डालते हुए कहा कि दीपफ लाहोटी ने सदैव गीता के गर्म के अनुसार अपने जीवन में कार्य
किया।आगन्तुक अतिथियों का परिचय स्वागत एवं स्मृति चिन्ह भेट गीता जयन्ती उत्सव की संयोजिका  मंजू शुक्ला ने एवं संचालन सुरभि वर्मा ने किया आभार प्रदर्शनालाहोटी जी ने किया विद्यालय की छात्रा ० विद्यावा द्वारा प्रस्तुत गीत "गीता हृदय भगवान का ने वातावरण को दिव्य एवं पवित्र बना दिया।इस प्रतियोगिता में 33वों के 128 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग की प्रतियोगिता से अष्टम कनिष्ठ तथा नयम से द्वादश वरिष्ठ दो वर्गों में सम्पन्न हुई। छात्राओं ने श्रीमद्भगवद गीता के प्रकों का सस्वर वाचन किया। प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्ताओं को मुख्य अतिथि द्वारा प्रमाण पत्र एवं फम रु.1001 रु. 701 रू.501 की धनराशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान की गयी डॉ० नीलम त्रिवेदी एवं डॉ० सुधा गुप्ता ने निर्णायक के पद को गौरवान्वित किया। प्रतियोगिता के अवसर पर  मुक्ति लाहोटी, करूणालाहोटी सहित विभिन्न विद्यालयों के शिक्षक ने उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनाया!


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