घाघरा मे उत्तराखंड की तबाही, को देखते हुएजिला प्रशासन चौकन्ना, 19 गांव खाली कराने का आदेश, डीएम ने बनाये तीन शरणालय
संत कबीर नगर उत्तराखंड मे बादल फटने से हुई बरसात की तबाही से अब घाघरा के रास्ते यूपी के तटीय क्षेत्रों की तरफ तेजी से बढने लगी है। 7 लाख क्यूसी पानी छोड़े जाने से प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा लोगों के बचाव को देखते हुए धनघटा तहसील के अंतर्गत घाघरा के सरयू नदी आने वाली तबाही को देखते हुए प्रशासन द्वारा ठोस कदम उठाए जा रहे हैं, प्रशासनिक अनुमान के तहत घाघरा के जलस्तर मे लगभग तीन मीटर तक की बढोतरी हो सकती है। बचाव के लिए सुबह से ही जिलाधिकारी दिव्या मित्तल के नेतृत्व मे धनघटा क्षेत्र मे डेरा डाले रही। डीएम ने तुर्कवलिया स्थित कटान स्थल को और मजबूत बनाने के लिए ड्रेनेज खण्ड के अधिकारियों को कैंप करने का दिया सख्त निर्देश , एसपी डा कौस्तुभ ने बताया कि एमडी बांध और घाघरा की धारा के बीच बसे 19 गांवों को तत्काल खाली कराने का निर्देश दिया गया है। ग्रामीणों को रोकने के लिए तीन शरणार्थियों के लिए स्थल चिन्हित कर दिये गये हैं। स्वास्थ्य विभाग, पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारी लगातार कैंप करेंगे। एडीएम की निगरानी मे सभी शरणालय संचालित होंगे। ग्रामीणों के खाने की व्यवस्था प्रशासन की तरफ से की जाएगी।
डीएम के निर्देश और ग्राम प्रधानों के सहयोग से कंचनपुर, खठहा,सीयर कला, गायघाट, सुअरहा, धमचिया, चपरा पूर्वी सहित 19 गांव बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी योगेश्वर सिंह, तहसीलदार रत्नेश त्रिपाठी, सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता अजय कुमार सहित राजस्व विभाग के सभी कर्मचारि मौजूद रहे।
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