एम एल के पी जी कॉलेज बलरामपुर सभागार में 51 वीं यू पी बटालियन एन सी सी के तत्वावधान में कारगिल विजय दिवस के अवसर पर गोष्ठी का आयोजन किया गया
रिपोर्ट मोहम्मद सलमान
बलरामपुर एम एल के पी जी कॉलेज सभागार में 51 वीं यू पी बटालियन एन सी सी के तत्वावधान में कारगिल विजय दिवस के अवसर पर गोष्ठी का आयोजन किया गया गोष्ठी में अमर शहीदों को नमन करते हुए उनके गौरवगाथा का वर्णन किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि 51 वीं यू पी बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर एवं कार्यक्रम अध्यक्ष प्राचार्य प्रोफेसर जे पी पाण्डेय ने दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कमांडिंग ऑफिसर ने कहा कि भारत-पाक के मध्य हुआ कारगिल युद्ध एक ऐसा युद्ध जिसमें तीनों सेनाओं के जवानों ने पूरी शक्ति व क्षमता के साथ युद्ध करते हुए दुश्मन सेना के नापाक मंसूबों को ध्वस्त कर दिया था। दुर्गम पहाड़ियों व 18000 फ़ीट की ऊँचाई पर लड़ते हुए पाकिस्तान की सेना को शिकस्त दी। प्राचार्य प्रोफेसर जे पी पाण्डेय ने कहा कि कारगिल विजय दिवस भारतीय सेना के अदम्य साहस, मातृभूमि के प्रति उनके प्रेम व बलिदान हुए सैनिकों को श्रद्धा सुमन अर्पित करने का वह दिन है जिस दिन मां भारती के शूरवीरों ने अपने प्राणों की आहूति देकर भी भारत राष्ट्र की अखंडता, अस्मिता व स्वतंत्रता की रक्षा की। महाविद्यालय के एसोसिएट एन सी सी अधिकारी लेफ्टिनेंट डॉ देवेन्द्र कुमार चौहान ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए कैडेटों को अवगत कराया कि कारगिल विजय दिवस भारत के सभी देशवासियों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिवस है। 1999 में 60 दिनों तक चले कारगिल युद्ध में भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना को धूल चटाते हुए 26 जुलाई को ही विजय प्राप्त की थी। कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय की ओर से प्राचार्य प्रो0 पांडेय ने कमांडिंग ऑफिसर को अंगवस्त्र व स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया। महाविद्यालय के एन सी सी अधिकारी लेफ्टिनेंट डॉ चौहान व सीएमएस के 3rd ऑफिसर आनंद चौधरी को उत्कृष्ट कार्य के लिए तथा भाषण देने वाले कैडेटों को बटालियन द्वारा सम्मानित भी किया गया। महाविद्यालय की सांस्कृतिक निदेशक डॉ अनामिका सिंह व राजनीति विज्ञान के प्रभारी डॉ प्रखर त्रिपाठी ने अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया। इस दौरान अमर शहीदों को नमन करते हुए उनके याद में वृक्षारोपण भी किया गया।
इस अवसर पर प्रभारी शिक्षाशास्त्र डॉ दिनेश कुमार मौर्य,मनोविज्ञान विज्ञान की असिस्टेंट प्रोफेसर कृतिका तिवारी, सूबेदार मेजर रामनिवास, सूबेदार गुरनैल सिंह सहित कई लोग मौजूद रहे।
Post a Comment