गंभीर घटनाओं में सरकार का अड़ियल रवैया बंद नहीं हुआ, तो होगा देशव्यापी आंदोलन- शिवमंगल सिंह
कानपुर विश्व गुरु के सपने देखने वाले 21वीं सदी के भारत में, जहां सरकारी कागजों में हर परिवार को पक्का मकान एवं हाईटेक फायर ब्रिगेड जैसे सिस्टम होने के बावजूद कानपुर देहात में एक ही गरीब परिवार के माता पिता एवं 3 बच्चों का झोपड़ी में लगी आग से जिंदा जलने की घटना से आहत, गैर राजनीतिक, देशव्यापी, देश के कई महामहिमों द्वारा सराहनीय व 2011 से समाज में व्याप्त सभी सामाजिक बुराइयों को जड़ से मिटाने की दिशा में अपनी विशेष कार्ययोजना के साथ संघर्षरत ऑपरेशन विजय बुराइयों के खिलाफ जंग के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवमंगल सिंह (आई.पी.) ऑपरेशन विजय की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुचेता यादव एवं अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे, जहां उन्होंने कानपुर देहात के ग्राम हरामऊ में झोपड़ी की आग से जिंदा जले 5 सदस्यीय परिवार के परिजनों को सांत्वना देते हुए घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण कर, सरकारी व्यवस्थाओं को भी देखा, जहां उन्हें पता चला की सरकारी व्यवस्थाओं में घटनास्थल के आसपास सिर्फ एक हैंडपंप था, वह भी बिगड़ी हालत में व आग लगने के बाद जब परिवार के पांचों सदस्य आग में जलकर खाक हो गए, उसके घंटो बाद फायर ब्रिगेड की टीम घटनास्थल पर पहुंची उपरोक्त जानकारी देते हुए ऑपरेशन विजय बुराइयों के खिलाफ जंग के मीडिया प्रभारी शिवम कुमार ने बताया कि ऑपरेशन विजय प्रमुख शिवमंगल सिंह (आईपी) ने घटनास्थल पर मीडिया के प्रश्नों का उत्तर देते हुए पांच जिंदा जले लोगों को उत्तर प्रदेश सरकार के एक मंत्री द्वारा 5000 का चेक दिए जाने को ना सिर्फ शर्मनाक बताया बल्कि पीड़ितों के घाव पर नमक छिड़कने वाला बताया। साथ ही उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार से पीड़ित परिवार को पक्का मकान, एक सदस्य को सरकारी नौकरी एवं एक करोड़ का मुआवजा देने के साथ-साथ गांव में रह रहे झोपड़ियों में अन्य लोगों को भी पक्का मकान देने एवं पानी आदि की व्यवस्था के साथ-साथ लचर अवस्था में चल रहे उत्तर प्रदेश के फायर ब्रिगेड सिस्टम को दुरुस्त करवाने की मांग की अंत में ऑपरेशन विजय प्रमुख ने कहा यदि गंभीर घटना के शिकार पीड़ितों के प्रति सरकार का अड़ियल एवं मजाकिया रवैया नहीं बदला, तो ऑपरेशन विजय बुराइयों के खिलाफ जंग देश व समाज हित में एक देशव्यापी आंदोलन करने को मजबूर होगा।
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