गुरु नानक जी की तीन बड़ी शिक्षा नाम जपो, किरत करो और वंड छको समाज के लिए आईना पूर्व राज मंत्री पलटूरामआपको बता दें कि गुरुनानक देव की 550 वी जयंती शुक्रवार को श्रद्धा से मनाई गी - ADAP News - अपना देश, अपना प्रदेश!

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गुरु नानक जी की तीन बड़ी शिक्षा नाम जपो, किरत करो और वंड छको समाज के लिए आईना पूर्व राज मंत्री पलटूरामआपको बता दें कि गुरुनानक देव की 550 वी जयंती शुक्रवार को श्रद्धा से मनाई गी


 रिपोर्ट मोहम्मद सलमान

 बलरामपुर मे   गुरु नानक जी की तीन बड़ी शिक्षा नाम जपो, किरत करो और वंड छको समाज के लिए आईना पूर्व राज मंत्री पलटूराम आपको बता दें कि गुरुनानक देव की 550 वी जयंती शुक्रवार को श्रद्धा से मनाई गई इस अवसर पर शहर के गुरुद्वारों में सुबह जहां अखंड पाठ का समापन हुआ, वही दिन और रात को विभिन्न स्थानों से आए रागी जत्थों ने शबद कीर्तन किया। इस अवसर पर गुरुद्वारों में दर्शनों व लंगर के दौरान श्रद्धालुओं की विशेष भीड़ रही।इस खास अवसर पर शहर मे स्थित गुरुद्वारों में चल रहे अखंड पाठ का समापन सुबह हुआ। इसके बाद स्थानीय व बाहर से आए रागी जत्थों ने शबद कीर्तन किए। गुरुद्वारों में सिख समाज के साथ ही अन्य धर्म के श्रद्धालुओं ने अरदास की व माथा टेका।इस अवसर पर घरों मे चल रहे पाठ का समापन सुबह 10.15 बजे एक साथ गुरुद्वारे में करवाया। सचिव दशनीत सिंह ने बताया कि दुूसरा दिवान 10 बजे प्रारंभ हुआ।10.30 बजे से 11 बजे तक ज्ञानी अजीत सिंह ने गुरुनानक देव की जीवनी पर प्रकाश डाला।12 से 1.30 बजे तक रागी जत्था भाई जसबीर सिंह लुधियाना वाले रागी जत्थे ने शबद कीर्तन से संगत को निहाल किया।गुरुनानक जयंती पर गुरूद्वारे मे माननीय राज्यमंत्री पलटू राम नगर पालिका अध्यक्ष श्री शहबान अली भाजपा जिलाउपाध्यक्ष  परमजीत सिंह अल्पसंख्यक मोर्चा महामंत्री सनप्रीत सिंह  आदि ने मथा टेका। इस अवसर पर गुरूद्वारें मे निस्वार्थ भाव से सेवा करने पर आठ लोगों को सरोपा पहनाकर व स्मृति चिंह देकर सम्मानित किया चले अटूट लंगर गुरुनानक जयंती को लेकर गुरुद्वारों में अलसुबह से लंगर की स्वेश्चिक सेवाए दी गई।सब्जी की सेवा के साथ ही अन्य प्रकार की सेवा कर श्रद्धालुओं ने प्रसाद तैयार किया। दोपहर में गुरुद्वारों में अटूट लंगर चला इसमे बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने लंगर चखागुरु द्वारा अरजन दरबार नगर के गुरुद्वारें में गुरुनानक जयंती पर सुबह के दीवान में 7 बजे 21 सहेज़ पाठ की समाप्ति हुई। 8 से 2 बजे तक शब्द कीर्तन किया हुआ। इस अवसर पर धर्मगुरु ने गुरुनानक देव की जीवनी पर प्रकाश डाला। दोपहर 2.30 प्रसाद बरताया व लंगर का आयोजन किया गया

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