सरकार की बेरुखी से मजबूर होकर सभी भट्ठा स्वामी अगले सीजन रखेगे ईंट भट्ठे बन्द, रहेगी सम्पूर्ण भारत में हड़ताल - ADAP News - अपना देश, अपना प्रदेश!

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सरकार की बेरुखी से मजबूर होकर सभी भट्ठा स्वामी अगले सीजन रखेगे ईंट भट्ठे बन्द, रहेगी सम्पूर्ण भारत में हड़ताल


 कानपुर, अखिल भारतीय ईंट व टाइल निर्माता महासंघ के आवाहन पर उत्तर प्रदेश ईंट निर्माता समिति के नेतृत्व में भट्ठा उद्योग की विभिन्न समस्याओं के निराकरण हेतु जिले के सभी ईंट भट्ठा मालिक अगले सीजन रखेगें ईंट भट्ठे बन्द । ईंट भट्ठो की विभिन्न समस्याओं के समाधान हेतु अपनी बात सरकार तक पहुँचाने व सरकार की बेरूखी से नाराज सभी ईंट भट्ठा स्वामी अगले सीजन भट्ठे बन्द रखकर हड़ताल पर रहेगें की जानकारी प्रेस वार्ता के दौरान प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कानपुर ब्रिक क्लिन ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष गोपी श्रीवास्तव एवं महामंत्री, घनश्याम दास छाबड़ा ने दी।विज्ञप्ति के माध्यम से एसोसिएशन के अध्यक्ष गोपी श्रीवास्तव ने कहा कि हम अपनी परेशानी स्थानीय सरकार को कई बार ज्ञापन देकर व वार्ताओ के माध्यम से अवगत कराते चले आ रहे है । परन्तु आज तक कोई सुनवाई नही हुई। मजबूरन अब हम अपने ईंट भट्ठा उद्योग की समस्याओं को सरकार तक पहुँचाने एवं समाधान हेतु अगले सीजन वर्ष 2022-23 में ईंट भट्ठा बन्द रखकर हड़ताल पर रहेगे। ईंट निर्माताओ की प्रमुख माँगे  GST - लाल ईंट बिक्री में GST कम्पोजीशन स्कीम को समाप्त करते हुये GST स्लैब में अप्रत्याशित बढोत्तरी की। जिसमें GST काउंसिल की 45वीं बैठक में भट्ठों में निर्मित लाल ईंटों पर कर दर में बिना ITC क्लेम किए 01% से बढ़ाकर 06% तथा ITC क्लेम करने पर कर दर 5% से बढ़ाकर 12% किए जाने का प्रस्ताव 01 अप्रैल, 2022 से लागू किया गया है तथा ईंट भट्ठो की थ्रेसहोल्ड लिमिट रूपया 40.00 लाख से घटाकर रूपया 20.00 लाख की गई है। जबकि देश में अन्य मैन्यूफैक्चरर्स के लिये कम्पोजीशन स्कीम तथा थ्रेसहोल्ड लिमिट रूपया 40.00 लाख है।


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