हर पांचवें संक्रमित नवजात की मृत्यु प्रथम सप्ताह में ही हो जाती है डॉ0जे0के0गुप्ता
नर्सिंग स्टाफ प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन
कानपुर,नवजात शिशु सप्ताह के अन्तिम दिन केशवपुरम के लाइफट्रोन हॉस्पिटल में नर्सिंग स्टाफ प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में असोसिएशन के अध्यक्ष डॉ जे के गुप्ता, सचिव डॉ आशीष श्रीवास्तव व स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ निधि भटनागर ने मीडिया बन्धुओं को और प्रशिक्षु नर्सिंग स्टाफ को सम्बोधित किया। कार्यक्रम में लगभग 50 स्टाफ व माताओं ने भाग किया।
निओनटोलॉजी असोसिएशन के अध्यक्ष डॉ0 जे0के गुप्ता ने बताया कि असोसिएशन 15 नवम्बर से नवजात शिशु सप्ताह मना रही है और आज इस सप्ताह का अंतिम दिन है। उन्होंने बताया कि भारत मे प्रतिवर्ष लगभग 7.5 नवजात शिशु एक माह की उम्र के भीतर ही मृत्यु का शिकार हो जाते हैं जो कि विश्व मे सर्वाधिक हैं। आज भारत मे नवजात शिशु मृत्युदर 28 प्रति 1000 है, और अपने उत्तर प्रदेश में यह 35 प्रति 1000 है जो कि पहले से तो कम है लेकिन अभी भी चिंताजनक है। तीन चौथाई नवजात की मृत्यु तो जन्म के प्रथम सप्ताह में ही हो जाती है। इस हेतु हमारी संस्था नियोनेटल रिससिटेशन प्रोग्राम (एनआरपी) चला कर स्टाफ को ट्रेन्ड करने का कार्य कर रही है। हर पांचवें संक्रमित नवजात की मृत्यु प्रथम सप्ताह में ही हो जाती है। इस हेतु स्टाफ और परिजनों को संक्रमण के प्रति सचेत किया जाना अति आवश्यक है। बिना ठीक से साबुन से हाथ धोये, बिना सैनिटाइजर लगाए और बिना जरूरत के नवजात को नहीं छूना चाहिए।
नवजात सुस्त हो, दूध न पिएं, पेशाब कम करे, कराहे, सांस में दिक्कत हो, हाथ पैर में नीलापन हो, पीलिया हो, झटके आएं तो उसे तुरंत डॉक्टर को दिखाकर अस्पताल में भर्ती करवाना चाहिए।
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