एक जुलाई से शुरु होगा विशेष संचारी रोग नियन्त्रण अभियान
संत कबीर नगर मुख्य विकास अधिकारी एस0एन0 श्रीवास्तव की अध्यक्षता में जनपद में विशेष संचारी रोग नियंत्रण व दस्तक अभियान के सफलतापूर्वक संचालन के दृष्टिगत मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 आई0वी0 विश्वकर्मा एवं अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 मोहन झा की उपस्थिति में विकास भवन सभागार में बैठक आयोजित हुई। बैठक में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा जानकारी दी गयी कि जनमानस को संचारी रोग से बचाने के लिए 01 जुलाई 2022 से विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के जरिए संचारी रोगों तथा दिमागी बुखार पर काबू पाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की की टीम द्वारा आमजनमानस को जागरूक किया जाएगा। 16 से 31 जुलाई 2022 तक दस्तक अभियान के जरिए आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संचारी रोगों से ग्रसित मरीजों को डोर-टू-डोर दस्तक देकर उन्हें चिन्हित करने के साथ-साथ इसके बचाव के प्रति जागरूक भी करेंगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ इन्द्र विजय विश्वकर्मा ने बताया कि एक जुलाई से शुरू होने वाले विशेष संचारी रोग नियंत्रण माह की पूरी तैयारी कर ली गई है। अन्य विभागों के बीच आपसी समन्वय स्थापित कर अभियान को शत-प्रतिशत सफल बनाने का प्रयास किया जाएगा। संचारी रोगों तथा दिमागी बुखार के मामलों की निगरानी, लक्षण युक्त व्यक्तियों की कोविड-19 जांच करवाना, क्षय रोगों के लक्षण युक्त व्यक्तियों की जांच एवं उपचार की व्यवस्था, रोगियों के निःशुल्क परिवहन हेतु रोगी वाहन की व्यवस्था, प्रचार-प्रसार ,लार्वारोधी गतिविधियों, मॉनिटरिंग, पर्यवेक्षण, रिपोर्टिंग, अभिलेखीकरण तथा विश्लेषण का कार्य किया जाएगा।
एसीएमओ वेक्टर बार्न डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम डॉ वी पी पाण्डेय ने बताया कि दस्तक अभियान में फिजिकल डिस्टेंसिंग, हाथों की धुलाई और मास्क की अनिवार्यता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, ताकि स्वास्थ्य कार्यकर्ता सावधानी रखते हुए लोगों को मलेरिया, डेंगू एवं कोरोना से बचाव के बारे में बेहतर तरीके से जागरूक कर सकें। उन्होंने बताया कि दस्तक अभियान के दौरान प्रशिक्षित आशा कार्यकर्ता तथा आंगनबाड़ी द्वारा घर घर जाकर लोगों को संचारी रोगों से बचाव के उपाय, लक्षण एवं निकटतम स्वास्थ्य केंद्र के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि आशा कार्यकर्ता इस दौरान लक्षणों के आधार पर क्षय रोगियों की भी खोज करेंगी। आशा कार्यकर्ता द्वारा बुखार के अतिरिक्त खांसी तथा सांस लेने में दिक्कत या परेशानी की शिकायत वाले रोगियों को भी चिन्हित किया जाएगा तथा उन्हें कोविड जांच के लिए निकट स्वास्थ्य इकाई पर भेजा जाएगा । आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता इस दौरान कुपोषित बालकों की भी खोज करेंगी। जिला मलेरिया अधिकारी राम सिंह ने बताया कि आशा कार्यकर्ता द्वारा प्रत्येक मलेरिया रोगी की स्लाईड अथवा आरडीटी किट से जांच कराने पर 15 रुपए का भुगतान किया जाएगा। यदि व्यक्ति मलेरिया धनात्मक रोगी है तो आरटी पूर्ण करने तथा तीसरे, सातवें एवं चौदह दिन पर रोगी का फ़ॉलोअप पूर्ण करने पर 75 रूपए का भुगतान किया जाएगा। बुखार के रोगी में डेंगू कंफर्म होने पर 200 रूपए का भुगतान तथा जापानी इन्सेफेलाइटिस रोगी के कंफर्म होने पर 250 रूपए का भुगतान आशा कार्यकर्ता को किया जाएगा।इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ ओपी चतुर्वेदी सहित संचारी रोग नियत्रंण एवं दस्तक अभियान से सम्बंधित स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक, विशेषज्ञ एवं अन्य सम्बंधित विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहें।
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