अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति ने विरोध प्रदर्शन किया
कानपुर, कानपुर की बहुत बड़ी आबादी इलाज के लिये सरकारी अस्पतालों पर निर्भर है उन्ही में से एक डफरिन अस्पताल है जहां निम्न आय वर्ग के साथ साथ मध्यम वर्ग के लोग भी अपना इलाज करवाने आते है जिनमे महिलाओं व गर्भवती महिलाओं की संख्या बहुतायत होती है हमारे संगठन ने इसी माह अस्पताल की सुविधाओं के संदर्भ में महिलाओं के बीच एक सर्वे किया और हमारे संगठन की महामंत्री अपनी गर्भवती बहू को टीकाकरण करवाने के लिये डफरिन अस्पताल ले कर गई उन्होने स्वयं वहाँ पर बहुत गड़बड़ियां देखीं चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों का व्यवहार मरीजो व उनके तीमारदारो के साथ बहुत ही आपत्तिजनक है और वहाँ के कर्मचारी मरीजों को अस्पताल के बाहर जाकर टेस्टिंग करवाने की बात कहते है अल्ट्रासाउंड करने वाले डॉक्टर समय से पहले ही अपनी सीट से उठ जाते है covid की RTPCR टेस्ट के लिये बनायी गई डेस्क पर 11 बजे से टेस्ट शुरु होता है जबकि गर्भवती व अन्य महिलाएं सुबह 8 बजे से ही लाईन मे लग परचा बनवा लेती है गर्भवती महिलाओं के बैठने की समुचित व्यवस्था नही है वे बहुत देर तक लाईन में खड़ी रहती है बच्चे को जन्म देने आयी महिलाओं को जांच के लिये इधर उधर दौड़ाया जाता है एक प्रसूता ने टेस्टिंग लैब के बाहर ही बच्चे को जन्म दे दिया वहां की सफाई मे भी चतुर्थ श्रेणी स्टाफ ने हो हल्ला किया डॉक्टर भी समय पर नही आते है!इन्ही सब समस्याओं के संदर्भ में हमारे संगठन ने प्रमुख अधीक्षका को ज्ञापन सौंपा और मांग की अस्पताल की सभी अनियमितताओं को जल्द से जल्द कड़ाई के साथ दूर किया जाए जिससे महिलाओं की समस्याओं का समाधान हो सके आज ही के दिन गैस व पैट्रोल के बढ़े हुये दामों के विरोध मे बैनर व प्ले कार्ड लेकर महिलाओं ने बड़े चौराहे पर प्रदर्शन किया प्रदर्शन में मुख्य रूप से जिला मंत्री सुधा सिंह, अध्यक्ष नीलम तिवारी उपाध्यक्ष मालती यादव, रजिया नक़वी, उर्मिला अवस्थी, व संयुक्त मंत्री धनपति यादव व सदस्य नाजनीन, राधा राजपूत, विमला आदि उपस्थित रही!
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