नवरात्र व्रत व रोजे के दौरान शरीर की इम्यूनिटी को बनाए रखें
संतकबीरनगर, वर्तमान समय में हिन्दू समाज का पवित्र त्यौहार नवरात्रि तथा मुस्लिम समाज का पवित्र महीना रमजान चल रहा है। इस दौरान दोनों ही समुदाय के अधिकांश लोग व्रत रखते हैं। इसके साथ गर्मी भी बढ़ रही है। तापमान 39 से 40 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच चुका है। ऐसे में शरीर की इम्यूनिटी को बनाए रखना सभी व्रतधारियों के लिए आवश्यक है। इसलिए जलयुक्त फलों का सेवन अधिक करें, शरीर में पानी की कमी न होने दें, संक्रमण युक्त भोजन कदापि न करें।
यह कहना है एपीडेमियोलाजिस्ट ( जिला महामारी रोग विशेषज्ञ ) डॉ मुबारक अली का। उन्होंने बताया कि व्रतधारियों को शरीर में पानी की कमी ( डिहाइड्रेशन) की समस्या अधिक होती है। ऐसे में शुद्ध जल के साथ ही जलयुक्त फलों जैसे तरबूज, ककड़ी, खीरा आदि का पर्याप्त मात्रा में सेवन करें। तले भुने पदार्थों का प्रयोग कम करें। मसालों के साथ ही गरिष्ठ भोजन का प्रयोग न करें तो बेहतर होगा। पानी की कमी शरीर में न होने दें। दिन में कम से कम 6 से 8 लीटर पानी पीएं। बाजार में कटे हुए फलो के साथ ही खुली मिठाइयों का भी सेवन न करें। इससे डायरिया की समस्या हो सकती है। अंगूर व संतरे का प्रयोग करें, साथ ही नींबू पानी का प्रयोग अवश्य करें। इससे शरीर में इम्यूनिटी बढ़ती है।
*धूप से आकर तुरन्त न निकालें कपड़े*
डॉ मुबारक अली बताते हैं कि धूप से आने के बाद तुरन्त कपड़े न निकालें, शरीर को सामान्य हो जाने दें इसके बाद ही कपड़ों को उतारें। धूप से आकर तुरन्त स्नान भी न करें, अन्यथा हीट स्ट्रोक भी हो सकता है। धूप से आकर एसी में भी न बैठें। कोई भी ऐसी क्रिया न करें जिससे तुरन्त शरीर का तापमान बदल जाए।
*शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए करें योग*
पातंजलि आरोग्य केन्द्र के वैद्य डॉ इन्द्रेश कुमार चौधरी बताते हैं कि शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बनाए रखने के लिए योग जरुर करें। सुबह प्राणायाम, कपाल भाथी, भस्त्रिका के साथ ही पवन मुक्त आसन जरुर करें। इन आसनों के प्रयोग से शरीर की दूषित हवा तो बाहर निकलती ही है, साथ ही साथ व्रत के दौरान गैस बनने की समस्या भी समाप्त होती है।
*कोविड से भी रहें सावधान*
डॉ मुबारक ने बताया कि इस दौरान सभी लोगों को कोविड से भी खुद को बचाए रखना है। जिले में कोविड के मरीज नहीं हैं इसका मतलब यह नहीं कि हम कोविड प्रोटोकाल का पालन करना छोड़ दें। भीड़ भाड वाले स्थानों पर जाने से बचें तथा मास्क का प्रयोग करें।
*व्रतधारी व रोजेदार हैं सतर्क*
नवरात्रि का व्रत रखने वाले खलीलाबाद के राजेश पाण्डेय बताते हैं कि वह पानी का प्रयोग खूब करते हैं। व्रत के दौरान वह तैलीय पदार्थों का सेवन नहीं करते हैं, साथ ही फलों के प्रयोग में भी सावधानी बरतते हैं। सेमरियांवा के जफीर अली करखी बताते हैं कि रोजे के दौरान शरीर में पानी की कमी न हो इसके लिए वह नीबू के साथ पानी का प्रयोग सुबह शाम दोनो समय करते हैं। धूप में अधिक नहीं निकलते हैं। वहीं जलयुक्त फलों का सेवन भी करते हैं।
Post a Comment