अलविदे की नमाज में रो-रो कर दुआएं मांगी
अल्लाह हमारे नमाज रोजो को कुबूल कर, गुनाहों को माफ फरमा
कानपुर, रमजान के माहे मुबारक महीने का आखिरी जुमा जिसको मुस्लिम समाज मैं अलविदा की नमाज अदा करते हैं माहे रमजान की फजीलत का मर्तबा है एक नेकी करने पर 70 नेकियों का सवाब मिलता है रमजान मुबारक के आखिरी जुमे के दिन मुस्लिम समाज के लोगों ने नमाज के दौरान रो-रोकर दुआएं मांगी अल्लाह हमारी कौम की हिफाजत फरमा नेकी करने की तौफीक अता फरमा हमारे हिंदुस्तान में चैनो अमन हो गरीब मिस्कीन परेशान की मदद करने की तौफीक अता फरमा जो फिरका परसत ताकतें आपस में दूरी पैदा करने की साजिशें कर रही हैं उनको नाकाम फरमा नन्हे-मुन्ने बच्चों ने दोनों हाथों को फैलाकर अल्लाह से दुआएं मांगी हमारी रोजी नमाज को कुबूल फरमा।
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