संक्रमित जल देने वाले 528 हैण्डपम्प चिन्हित, 243 नालियों की सफाई
संतकबीरनगर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ इन्द्र विजय विश्वकर्मा ने बताया कि विशेष संचारी रोग नियन्त्रण अभियान के दौरान सभी विभाग समन्वय बना कर काम कर रहे हैं। इस दौरान लोगों को संचारी रोगों के प्रति जागरुक किया जा रहा है। इसके साथ ही अन्य गतिविधियां भी चलाई जा रही हैं, जिससे रोग नियन्त्रण में सहायता मिले।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि अभियान के दौरान 380 स्कूलों में लोगों को जागरुक करने के लिए रैलियां की गयीं। इनमें शिक्षकों के साथ ही स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने जाकर बच्चों को संचारी रोगों के बारे में बताया तथा अपने परिजनों को इन रोगों के प्रति जागरुक करने के लिए कहा गया। वहीं 570 स्थानों पर घनी झाडि़यों की कटाई की गयी। 528 ऐसे हैण्ड पम्पों का चिन्हीकरण किया गया जो प्रदूषित जल दे रहे हैं। इन हैण्डपम्पों पर लाल निशान लगाया गया। 76 शौचालयों का निर्माण किया गया तथा 64 हैण्डपम्प रिपेयर भी किए गए। ग्रामीण क्षेत्रों में 243 नालियों की सफाई की गयी वहीं शहरी क्षेत्र में 24 वार्डों में नालियों को साफ किया गया।
शुरु हो गया दस्तक अभियान
जिला मलेरिया अधिकारी राम सिंह ने बताया कि जनपद में दस्तक अभियान भी शुरु हो गया है। इस दौरान आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर परिवार के लोगों से मलेरिया, टीबी, सर्दी, जुकाम व बुखार (आईएलआई व सारी) से संबंधित सवालों को पूछने के साथ ही कुपोषित बच्चों की भी जानकारी ले रही हैं। अगर किसी को बुखार के लक्षण हों तो आशा कार्यकर्ता से छिपाए नहीं, बल्कि खुल कर बताएं। बुखार का समय से पता चल जाने से जांच कर सही दिशा में इलाज हो सकता है। किसी में बीमारी के लक्षण मिलते है या कोई अति कुपोषित बच्चा मिलता है तो इसकी सूचना वह संबंधित ब्लाक के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को देंगी। संबंधित विभाग सूचना के आधार पर आगे की कार्रवाई करेगा।
इन गांवों पर रखी जा रही विशेष नजर
विशेष संचारी रोग नियन्त्रण अभियान के दौरान उच्च प्राथमिकता वाले कुल 16 गांवों पर विशेष नजर रखी जा रही है। उच्च प्राथमिकता वाले गांवों में खलीलाबाद ब्लाक के खलीलाबाद, गिरधरपुर मेंहदावल ब्लाक के मेंहदावल, गगनई राव नाथनगर ब्लाक के हरिहरपुर, महुली व नाथनगर, हैसर बाजार ब्लाक के हैसर बाजार, बरपरवा , बेलहरकला ब्लाक के बेलहरकला, लोहरौली, गुनाखोर, बघौली ब्लाक के नाऊडांड, पौली ब्लाक के मुठहीं कला, नारायनपुर तथा सेमरियांवा ब्लाक के लहुरा देवा गांव शामिल हैं।
यह हुआ उच्च प्राथमिकता वाले गांवों में
उच्च प्राथमिकता वाले गांवों में जिन घरों में जेई या एईएस से मौत हुई थी या फिर कोई दिव्यांग हुआ था उनके घरों के लोगों के बारे में विशेष जानकारी ली गयी। गांव में सफाई के साथ ही साथ एण्टी लार्वा का छिड़काव किया गया। मच्छरों की सघनता के बारे में जानकारी प्राप्त की गयी। लोगों को विशेष रुप से संचारी रोगों के बारे में जानकारी देने के साथ ही साथ उनके घरों में जाकर मच्छरों के रुकने वाले स्थानों जैसे कूलर, टूटे बर्तन, टायर, निष्प्रयोज्य नाद इत्यादि की चेकिंग की गयी तथा उन्हें यह बताया गया कि कोई भी ऐसी जगह हो जहां पर पानी रुक सकता हो, उन स्थानों पर पानी जमा न होने दें।
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