यूक्रेन से लौटने वाले विद्यार्थियों के भविष्य से न हो खिलवाड़-आरएलडी
लखनऊ। टीम आर एल डी के राष्ट्रीय संयोजक अनुपम मिश्रा ने आज केंद्र सरकार पर ताबड़तोड़ हमला करते हुए केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा किया तथा उसकी घोषणाओं को हवा हवाई बताते हुए कहा कि जहां एक और रूस यूक्रेन के हमले में हज़ारों छात्रों का भविष्य ख़तरे में पड़ गया है वहीं प्रधानमंत्री और उनका पूरा सरकारी तंत्र चुनाव और रोड शो में मस्त है जो मंत्री यूक्रेन छात्रों की सकुशल वापसी के लिए गए थे, वह वहां प्रधानमंत्री की चाटुकारिता के लिए हवाई जहाज़ के अंदर मोदी ज़िंदाबाद के नारे छात्रों से लगवा रहे थे, जिसका जवाब भी उनको वहीं छात्रों ने दे दिया। यूक्रेन के एक शहर के मेयर के हाथों बिना जहाज के उड्डयन मंत्री महाराज सिंधिया को उनकी हरकतों के कारण फटकार तक खानी पड़ी। अनुपम मिश्रा ने केंद्र व राज्य सरकार दोनों से यूक्रेन से लौटे हजारों छात्रों के भविष्य को सुरक्षित करने हेतु तत्काल कदम उठाए जाने की मांग करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग तथा नीति आयोग को मिलकर अविलंब नीति बनाने हेतु प्रयास करने का आग्रह किया साथ ही आवश्यकता हो तो मेडिकल ग्रेजुएट लाइसेंसिंग एक्ट में भी संशोधन किया जाए। आगे बोलते हुए अनुपम मिश्रा ने कहा कि मेडिकल क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन की आवश्यकता है। सरकारी मेडिकल कॉलेजों में सीटें बढ़ाई जाए। निजी मेडिकल कॉलेज में फीस को लेकर मनमानी पर अंकुश लगे और उनकी व सरकारी मेडिकल कॉलेज की फीस में एक समानता स्थापित की जाए। अनुपम मिश्रा ने केंद्र सरकार को इन विषयों पर गंभीरता पूर्वक कार्य करने को कहा, क्योंकि कोरोना काल में चाइना से लौटे विद्यार्थी अभी तक अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए चाइना वापस नहीं जा सके हैं और इस बात की प्रबल संभावना है कि यूक्रेन से लौटे छात्र भी अब अपनी पूरी पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन वापस जा सकेंगे इसकी संभावना बहुत ही कम है। इसलिए सरकार घोषणाएं न कर ठोस कदम उठाकर इन छात्रों के भविष्य पर मंडराते खतरे का त्वरित समाधान करें।
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