अजमेर शरीफ रवाना की गयी मरकज़ी चादरे मोहब्बत
कानपुर ,ख्वाजा का हिंदुस्तान जिंदाबाद ख्वाजा ख्वाजा कहते हैं हिंदुस्तान में रहते हैं शहन्शाहे हिन्दुस्तान जिन्दाबाद,ग़रीबों के मसीहा ग़रीब नवाज़ जिंदाबाद,मुहब्बते रसूल के अलम बरदार ख्वाजा पिया जिंदाबाद के नारों की गूँज में मरकज़ी चादर को लेकर आल इन्डिया ग़रीब नवाज़ कौन्सिल के ज़ेरे एहतमाम मदरसा अशरफुल मदारिस गद्दियाना से अजमेर शरीफ के लिए रवाना की गयी इस अज़ीम चादर को लेकर आल इन्डिया ग़रीब नवाज़ कौन्सिल के मिम्बरान अजमेर शरीफ के लिए रवाना हुए इस अज़ीम चादर मुहब्बत की एक झलक पाने और उसे बोसा देने (चूमने) के लिए लोग बेक़रार नज़र आये इस मौक़े पर आल इन्डिया ग़रीब नवाज़ कौन्सिल के मिम्बरान ने ज़ायरीन अजमेर शरीफ़ व मिम्बरान आल इन्डिया ग़रीब नवाज़ कौन्सिल को चादरे मुहब्बत हवाले करते हुए कहा कि यह अमन व अमान की चादर है मरकजी चादर रवाना करते वक़्त खास तौर से खुरशीद आलम,हाफिज मिन्हाजुद्दीन,कारी नौशाद अज़हरी,हाजी हैदर अली,अकील हसन,जमील खैराबादी,हाफिज अब्दुर्रहीम बहरईची,कारी मो.अहमद अशरफी, जुनेद अख्तर सिद्दीकी,मौलाना कलीम अहमद, हाफिज हशमतुल्लाह आदि उपस्थित थे |
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