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केन्द्र सरकार की निजीकरण की नीतियों के विरोध में 01 फरवरी  को देश के 15 लाख बिजली कर्मचारी व इंजीनियर देश भर में विरोध प्रदर्शन करेंगे


लखनऊ। नेशनल कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी एम्प्लाईज एन्ड इंजीनियर्स (एनसीसीओईईई) के आव्हान पर देश के सभी प्रान्तों के 15 लाख बिजली कर्मचारीव इंजीनियर 01  फरवरी को केन्द्र सरकार की निजीकरण की नीतियों के विरोध में देश भर में विरोध प्रदर्शन करेंगे | 

ऑल इण्डिया पॉवर इन्जीनियर्स फेडरेशन के चेयरमैन शैलेन्द्र दुबे ने बताया कि  नेशनल कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी एम्प्लाईज एन्ड इंजीनियर्स (एनसीसीओईईई) के आव्हान पर बिजली कर्मी 01 फरवरी को  देश के सभी जिला व परियोजना मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन करेंगे और निजीकरण के विरोध में केंद्र सरकार को ज्ञापन भेजेंगे । उन्होंने बताया कि बिजली कर्मचारियों व इंजीनियरों की मुख्य मांग है- इलेक्ट्रिसिटी (अमेंडमेंट) बिल 2021 वापस लिया जाए, सभी प्रकार के निजीकरण की प्रक्रिया बंद की जाए, केंद्र शासित प्रदेशों खासकर मुनाफा कमाने वाले चंडीगढ़ ,दादरा नगर हवेली दमन दिउ तथा पुडुचेरी के बिजली के  निजीकरण का फैसला रद्द किया जाए, बिजली बोर्डों के विघटन के बाद नियुक्त किए गए सभी बिजली कर्मचारियों को पुरानी पेंशन स्कीम के अंतर्गत लाया जाए, राज्यों में सभी  बिजली  कंपनियों का एकीकरण कर केरल के केएसईबी लिमिटेड और हिमाचल प्रदेश के एचपीएसईबी लिमिटेड की तरह एसईबी  लिमिटेड गठित किया जाए, नियमित पदों पर नियमित भर्ती की जाए और सभी संविदा कर्मचारियों को तेलंगाना सरकार की तरह नियमित किया जाए।

उन्होंने बताया कि 01 फरवरी को केंद्र शासित प्रदेशों के निजीकरण के विरोध में चंडीगढ़  के बिजली कर्मी एक दिन की हड़ताल कर रहे हैं जबकि पांडिचेरी के बिजली कर्मी 01 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं । चंडीगढ़ वा पांडिचेरी के बिजली कर्मियों के समर्थन में देशभर में बिजली कर्मचारी 0 1 फरवरी को विरोध प्रदर्शन करेंगे। साथ ही नेशनल कोऑर्डिनेशन कमिटी आफ इलेक्ट्रिसिटी इम्प्लॉइज एंड इंजीनियर्स  के केंद्रीय पदाधिकारी एक फरवरी को चंडीगढ़ में राज्यपाल से मिलकर निजीकरण के विरोध में ज्ञापन देंगे।

उन्होंने बताया चंडीगढ़ का बिजली विभाग लगातार मुनाफे में चल रहा है ।वर्ष 2020 -21 में चंडीगढ़ के बिजली विभाग ने 257 करोड़ रु  का मुनाफा कमाया है, चंडीगढ़ की हानियां मात्र 09.2% हैं और  चंडीगढ़ का टैरिफ हरियाणा और पंजाब से काफी कम है। ऐसे में लगातार मुनाफा कमाने वाले बिजली विभाग का निजीकरण स्वीकार्य नही है और उसके विरोध में राष्ट्रव्यापी आंदोलन किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि नेशनल कोऑर्डिनेशन कमिटी आफ इलेक्ट्रिसिटी इम्प्लॉइज एंड इंजीनियर्स  के केंद्रीय पदाधिकारी दो  फरवरी को पुडुचेर्री में बिजली कर्मियों की अनिश्चितकालीन  के समर्थन में हड़ताल रैली को सम्बोधित करेंगे | उन्होंने मुनाफा कमाने वाले चंडीगढ़ व पुडुचेरी के बिजली विभाग के निजीकरण के निर्णय को तत्काल निरस्त करने की मांग की | 

         

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