प्रधान मंत्री से भारत के व्यापारियो का आग्रह
सांसद के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपा
कानपुर, फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया व्यापार मंडल (फेम) राष्ट्र के विभिन्न व्यापारिक एवं औद्योगिक संगठनों का एक केंद्रीय परिसंघ है जो देश में 18 प्रदेशों के 400 जिलों में अपनी मजबूत उपस्थिति रखता है! आभार स्वीकार करने की कृपा करें ! कुशल एवं दूरदर्शी नेतृत्व में राष्ट्र आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर है दिन दूर नहीं जब देश 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था के साथ विश्व की तीसरी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरेगा। अतः आत्म निर्भरता इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कानून का सरल एवं सहज होना अति आवश्यक है । आपकी सरकार के द्वारा कारोबारी सुगमता लाने के लिए कानूनों में शुरू से ही संरचनात्मक परिवर्तन किया जाता रहा है, फलस्वरूप राजस्व संग्रह के निर्धारित लक्ष्य प्राप्त होने लगे हैं ।वर्तमान में कोविड महामारी कारण व्यापारिक विषमताओं का सामना करते हुए भी कई माह से जीएसटी का मासिक कर संग्रह एक लाख करोड़ व उससे भी अधिक निरंतर आ रहा है जो कि राष्ट्रहित में एक सुखद व सफल कर कानून को दर्शाता है ,जिसमें उद्योग एवं व्यापार जगत का पूर्ण समर्थन शामिल है । जिसकी वजह से कर संग्रह में उच्चतम सीमा का लक्ष्य प्राप्त किया ।जुलाई 2017 में देश में सदी के सबसे बड़े टैक्स विभाग के रूप में जब जीएसटी को लागू किया गया था ,तब देश में बड़े उत्साह के साथ नई कर प्रणाली का स्वागत किया था एवं अपेक्षा की गई थी की नई कर प्रणाली अत्यंत सरल व सुगम होगी ,साथ-साथ कर चोरी पर रोक लगेगी एवं निर्वाह इनपुट टैक्स क्रेडिट व्यापारियों को मिलेगा। जीएसटी परिषद में टैक्स पुनर्गठन की आड़ में जो 1 जनवरी 2022 से परिधानों एवं फुटवियर की दरों में वृद्धि का निर्णय किया है जोकि पूर्णतः अनैतिक ,अव्यवहारिक एवं अविवेकपूर्ण है मुकुल चौधरी, संजय गुप्ता मीडिया प्रभारी मध्यांचल, पीयूष गर्ग उपध्यक्ष मध्यांचल, शुशील कुमार निखिल इत्यादि!
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