गांव का नाम न दिखने से भड़के किसान, पीएम किसान निधि के लिए फार्मर रजिस्ट्री में अड़चन
संतकबीरनगर। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ पाने के लिए गांव देवापार के किसानों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। फार्मर रजिस्ट्री में गांव का नाम न दिखने और नए किसानों का ऑनलाइन पंजीकरण न होने से ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। इस समस्या को लेकर ग्रामीणों ने पूर्व प्रधान दिनेश कुमार के नेतृत्व में जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में जयनारायण चौधरी, केशरीधर, राम सुभग मौर्या, बाबू राम मौर्य, अमन मौर्य, लाल मोहर, रामू, हरिलाल, फेरन, सुबाष, राम प्रसाद, उर्मिला, दुलारी, रमेशचंद्र, दिनेश कुमार, दुखराम, परशुराम, राजमन समेत कई ग्रामीण शामिल रहे।
तीन सप्ताह पहले दी गई थी लिखित शिकायत
ग्रामीणों का आरोप है कि इस समस्या को लेकर तीन हफ्ते पहले राजस्व विभाग के लेखपाल को लिखित शिकायत दी गई थी, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं हुआ है। ग्रामीण जब किसान सम्मान निधि का ऑनलाइन आवेदन कराने जाते हैं, तो फार्मर रजिस्ट्री में गांव देवापार का नाम ही शो नहीं कर रहा है, जिससे वे योजना का लाभ नहीं ले पा रहे हैं। पूरा मामला मेंहादावल तहसील क्षेत्र विकास खण्ड बेलहर कला ग्राम पंचायत पडिया के राजस्व गांव देवापार का है।
प्रशासन की ओर से क्या कहा गया?
जब इस संबंध में मेंहदावल तहसील के एसडीएम उत्कर्ष श्रीवास्तव से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामले की जानकारी नहीं थी, लेकिन अब इसे गंभीरता से लिया जाएगा और जल्द समाधान किया जाएगा, ताकि किसानों को योजना का लाभ मिल सके।
वहीं, लेखपाल बृजेश कुमार यादव ने बताया कि ग्रामीणों की लिखित शिकायत को उन्होंने संबंधित अधिकारियों तक पहुंचा दिया था। हालांकि, ग्रामीणों को अब तक कोई राहत नहीं मिली है।
समाधान न हुआ तो तहसील पर प्रदर्शन की चेतावनी
ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द कोई समाधान नहीं निकला, तो वे तहसील मुख्यालय पर प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। किसानों ने प्रशासन से जल्द से जल्द फार्मर रजिस्ट्री में गांव का नाम जोड़ने और नए किसानों का ऑनलाइन पंजीकरण शुरू करने की मांग की है।
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