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जिलाधिकारी महेन्द्र सिंह तंवर के निर्देश के क्रम में मुख्य विकास अधिकारी संत कुमार की अध्यक्षता बैठक

 


संत कबीर नगर  जिलाधिकारी महेन्द्र सिंह तंवर के निर्देश के क्रम में मुख्य विकास अधिकारी संत कुमार की अध्यक्षता में जनपद के विकास एवं लाभार्थीपरक योजनाओं सहित कृषि विभाग, शिक्षा विभाग, पंचायतीराज, समाज  कल्याण, पशुधन विकास, मत्स्य, पिछड़ा वर्ग, मनरेगा, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग आदि द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं में प्रगति की स्थिति एवं अन्य सम्बंधित विभागों द्वारा कराये जा रहें कार्याे में प्रगति से सम्बंधित समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई।

मुख्य विकास अधिकारी ने समीक्षा बैठक के दौरान सभी जनपद स्तरीय अधिकारियों, खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया है कि उनके विभाग से सम्बंधित लाभार्थीपरक एवं जनकल्याणकारी योजनाओं, निर्माण कार्याे के क्रियान्वयन में गुणवत्ता एवं आच्छादन/प्रगति की समीक्षा स्वयं सम्बंधित क्षेत्रों/गॉवों में भ्रमण कर करना सुनिश्चित करें। बैठक में कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं/कार्यक्रमों की समीक्षा के दौरान प्रधानमंत्री कृषि सम्मान निधि योजना,  प्रधानमंत्री कुसुम योजना(सोलर पम्प योजना), खरीफ कार्यक्रम, बखिरा एग्रीकल्चर इन्वेस्टमेन्ट प्लान एवं आधुनिक कृषि सहित कृषि निवेश व्यवस्था के तहत फसली ऋण योजना, कृषि यंत्रीकरण एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय, किसान समृद्धि योजना सहित विभाग द्वारा संचालित समस्त योजनाओं में प्रगति एवं लक्ष्य के सापेक्ष वितरण आदि की स्थिति की आकड़ेवार समीक्षा की गयी। समीक्षा के दौरान उप कृषि निदेशक द्वारा बताया गया कि जनपद में मांग के अनुसार बीजों की पर्याप्त उपलब्धता है फिर भी आवश्यकतानुसार समय को देखते हुए उर्वरक एवं बीजों की उपलब्धता सुनिश्चित करायी जा रही है। समीक्षा के दौरान मृदा परीक्षण के बिन्दु पर मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिया कि मृदा परीक्षण के अंतिम रिपोर्ट से सम्बंधित किसान को कृषि विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा अनिवार्य रूप से अवगत कराया जाए, जिससे मृदा परीक्षण कराये जाने की आवश्यकता एवं उपयोगिता सार्थक हो सके। 

पंचायती राज विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्य विकास अधिकारी ने डीपीआरओ को सामुदायिक शौचालयों की संचालन व्यवस्था का रैण्डमली औचक निरीक्षण करने का निर्देश दिया तथा ग्राम पंचायतों में निर्मित ग्राम सचिवालय के क्रियाशील करने की दिशा में प्रगति का भी निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों में निर्मित सामुदायिक शौचालयों को क्रियाशील रखा जाए। औचक निरीक्षण के दौरान सामुदायिक शौचालयों में ताला बंद पाये जाने पर सम्बंधित ग्राम प्रधान एवं ग्राम पंचायत सचिव के विरूद्ध तत्काल कार्यवाही की जाए। जिला पंचायत राज अधिकारी द्वारा बताया गया कि सामुदायिक शौचालय योजना के तहत निर्मित 461 सामुदायिक शौचालयों का सत्यापन कराने के बाद 276 में विभिन्न कमियां पायी गयी है जिसे गम्भीरता से लेते हुए मुख्य विकास अधिकारी ने सम्बंधित खण्ड विकास अधिकारी एवं एडीओ को सख्त निर्देश दिये कि अबिलम्ब कमियों को दूर करवाकर शौचालय को क्रियाशील किया जाए तथा शौचलयों के क्रियाशील रहने से सम्बंधित फोटोग्राफ नियमित तौर पर पंचायत सहायको के माध्यम से मंगवाया जाए। मुख्य विकास अधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी सहित सभी खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन बन गये हैं उन्हें ग्राम सचिवालय के रूप में संचालित कराने सम्बंधित कार्यवाही करते हुए ग्राम पंचायत सचिवालय के रूप में क्रियाशील किया जाए। उन्होंने कहा कि हैण्ड पम्पों का रिबोर कराते समय रिबोर से पहले एवं रिबोर कराने के उपरान्त दोनो का स्पष्ट फोटोग्राफ भी संरक्षित किया जाए। समीक्षा के दौरान 15वां केन्द्रीय वित्त आयोग, 5वां राज्य वित्त आयोग से प्राप्त धनराशि के सापेक्ष कार्य में प्रगति एवं खर्चे के विवरण की समीक्षा की गयी। 

समीक्षा बैठक में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी से जनपद में निराश्रित गोवंशों के संरक्षण की स्थिति, गोशालाओं का निर्माण, हरे चारे की उपलब्धता, चारे की बुआई हेतु जमीन की उपलब्धता, पशुओं का टीकाकरण, मा0 मुुख्यमंत्री सहभागिता योजनान्तर्गत गोवंशों की सुपुर्दगी, जनपद मे अण्डा उत्पादन, कृत्रिम गर्भाधान सहित विभाग द्वारा संचालित समस्त योजनाओं की गहन समीक्षा की गयी। मुख्य विकास अधिकारी ने जिला जेल के पास गोशाला के निर्माण की धीमी प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुए सम्बंधित एडीओ पंचायत को कार्य में गुणात्मक तेजी लाकर पूर्ण कराने हेतु निर्देशित किया समीक्षा बैठक में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा विभागवार समीक्षा करते हुए दिव्यांजन सशक्तिकरण विभाग द्वारा प्रत्येक विकास खण्डों में दिव्यांग पेंशन का सत्यापन, विधवा पेंशन का सत्यापन, वृद्धावस्थ पेंशन का सत्यापन, छात्रवृत्ति वितरण, किसान सम्मान निधि, जिला पूर्ति, मत्स्य पालन, पट्टा आवंटन, शादी अनुदान योजना, कम्प्यूटर प्रशिक्षण योजना, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, कार्यदायी संस्थाओं द्वारा कराये जा रहे निर्माण कार्य आदि सहित कार्याे की गहन समीक्षा की गयी बेसिक शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्य विकास अधिकारी ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के माध्यम से समस्त सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिये कि जनपद के समस्त विद्यालयों के सभी इन्फ्रास्ट्रक्चर, सुविधाओं का स्पष्ट वीडियोंग्राफी कर उपलब्ध कराये, जिससे प्रथम दृष्टया इस बात की जानकारी हो सके कि किस विद्यालय में अभी भी आवश्यक एवं मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। तदनुसार बेसिक शिक्षा अधिकारी को सम्बंधित विभाग से आवश्यकतानुसार समन्वय स्थापित कर कार्य पूर्ण कराने हेतु निर्देशित किया गया। 

समीक्षा के दौरान माध्यमिक शिक्षा, बाल विकास एवं पुष्टाहार, अल्पसंख्यक कल्याण, पिछड़ा वर्ग कल्याण, समाज कल्याण एवं मनरेगा द्वारा संचालित योजनाओं/निर्माण कार्यो की विस्तृत समीक्षा की गयी। मुख्य विकास अधिकारी ने जनपद के प्रत्येक ग्राम पंचायत को न्यूनतम एक खेल के मैदान से आच्छादित किये जाने की योजना का फीड बैक लेते हुए कहा कि प्राथमिकता के आधार पर एक सप्ताह के अन्दर सभी ग्राम पंचायतों में कार्य शुरू करा दिये जाए, जहां जमीन नही अथवा विवादित है उसे सम्बंधित उप जिला मजिस्ट्रेट के साथ बैठक कर जमीन की उपलब्धता सुनिश्चित करा लें। 

इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 रामानुज कन्नौजिया, जिला विकास अधिकारी सुरेश चन्द्र केसरवानी, डीसी मनरेगा प्रभात द्विवेदी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 यशपाल सिंह, उपायुक्त उद्योग राजकुमार शर्मा, उप कृषि निदेशक राकेश सिंह, जिला बेकिस शिक्षा अधिकारी अमित सिंह, जिला कृषि अधिकारी पी0सी0 विश्वकर्मा, जिला समाज कल्याण अधिकारी महेन्द्र कुमार, जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी प्रियंका यादव, खण्ड विकास अधिकारीगण, सूचना अधिकारी सुरेश कुमार सरोज सहित सम्बंधित अधिकारी आदि उपस्थित रहें। 


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