श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ का महत्व लोककल्याण के कार्य के लिए, यजमान संतराज यादव
मानस प्रचार समिति नाहरपुर गोरखपुर द्वारा आयोजित श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ श्रीमद् भागवत कथा और रासलीला का गुरुवार को 6वां दिन रहा। जहां बद्रीनाथ से आये कथा ब्यास मनोज शात्री ने कथा सुनाकर सबका मन मोह लिया। तो वहीं ऋषिकेश से आये यज्ञाचार्य जगमोहन मिश्र ने यज्ञ हवन-पूजन कराया। गुरुवार को कार्यक्रम की सुरूवात भूमि विकास बैंक सभापति यजमान संतराज यादव ने पूजा-पाठ करकर कार्यक्रम की सुरूवात की। इस अवसर पर यजमान संतराज यादव ने बताया की श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ का यह दूसरा वर्ष है। इस यज्ञ का महत्व लोककल्याण के कार्य के लिए मुख्य है। यज्ञ की सुरूवात 10 मार्च से सुरू हुई है। और इसका समापन 18 मार्च को एक विशाल भंडारे के साथ किया जाएगा। श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ मे रोजाना सुबह 7 बजे से लेकर 12 बजे तक हवन पूजन का कार्य किया जाता है और 3 बजे से लेकर शायंकाल 6:30 बजे तक कथा प्रवंचन का कार्य होता है। वहीं रात 8 बजे से लेकर 12 बजे तक लोग वृन्दावन की रासलीला का दर्शन करते है।
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