इस रैली में आए हुए सभी बड़े भाइयों का, मित्रों का, व्यापारी बंधुओं का माताओं बहनो का और आये उन सभी महानुभावों का हृदय से आभार आप सभी का वंदन है अभिनंदन - ADAP News - अपना देश, अपना प्रदेश!

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इस रैली में आए हुए सभी बड़े भाइयों का, मित्रों का, व्यापारी बंधुओं का माताओं बहनो का और आये उन सभी महानुभावों का हृदय से आभार आप सभी का वंदन है अभिनंदन


 मेहदावल हम सब में इतिहास लिखने जा रहे हैं ऐसा मैं इसलिए कह रहा हूं क्योंकि यह मेंहदावल में शायद पहली बार होने जा रहा है जब भ्रष्टाचार के विरुद्ध इस प्रकार की रैली निकाली जा रही है।यह केवल आप लोगो के द्वारा दिये गए हिम्मत के कारण ही संभव हो रहा है।बहुत से लोगों को ऐसा लग सकता है कि मैं यह रैली किसी व्यक्ति विशेष के खिलाफ निकाल रहा हूं लेकिन मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि यह रैली किसी एक व्यक्ति के खिलाफ नहीं है बल्कि यह रैली एक व्यवस्था के खिलाफ है सिस्टम के खिलाफ है जो सिस्टम ऐसे लोगों को मौका दे रहा है कि भ्रष्टाचार करें।


बंधुओं भ्रष्टाचार के बारे में हम सब बात करते हैं हमें कई बार है पता होता है कि भ्रष्टाचार कहां-कहां हो रहा है लेकिन तमाम कारणों से हम आगे नहीं आ पाते हम भ्रष्टाचार का विरोध नहीं कर पातेकोई एक व्यक्ति आगे आने से डरता है कि संबंध खराब हो जाएंगे।बहुत से लोग यह भी सोचते हैं कि हम जिस  व्यवस्था के खिलाफ लड़ने जा रहे हैं उसके आगे हम बहुत कमजोर हैं।इसी बात का फायदा उठाकर इस भ्रष्ट तंत्र में बैठे हुए लोग लगातार भ्रष्टाचार करते जाते हैं और आम जनता के हक को मारते हैं सरकारी धन का दुरुपयोग करते हैं और अपना जेब भरते हैं।


भ्रष्टाचार की जड़े समाज में इतनी गहरी हो गई हैं की लोगों को लगता है कि अभी अपने समाज से कभी खत्म नहीं होगा।इसीलिए हम लोग बहुत लोगों के मुंह से सुनते हैं कि भ्रष्टाचार को खत्म करना नामुमकिन है।कोई भी सरकार इसे नहीं खत्म कर सकती यह बात सही है कि भ्रष्टाचार की जड़ें बहुत गहरी हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि इसको खत्म नहीं किया जा सकता।जब तक आम जनमानस भ्रष्टाचार के विरुद्ध आवाज नहीं उठाएगा तब तक इसे खत्म करना नामुमकिन है।सरकार कई बार कानून बनाती है कड़े दंड का प्रावधान करती है लेकिन फिर भी ऐसे बहुत सारे कार्य होते रहते हैं।सरकार ने दहेज विरोधी कानून बनाया है लेकिन हम सब जानते हैं कि दहेज लिया भी जा रहा है दहेज दिया भी जा रहा है।सरकार को भी इस बात का पता है लेकिन सरकार कुछ नहीं कर सकती इसी तरह भ्रष्टाचार के खिलाफ भी कानून बने हुए हैं सीबीआई है, ईडी है विजिलेंस वाले हैं। सबको पता भी है कि भ्रष्टाचार समाज में हो रहा है लेकिन इसको खत्म नहीं किया जा रहा है बल्कि भ्रष्टाचार दिनों दिन बढ़ रहा है।पहले जो हजार लाख का भ्रष्टाचार होता था अब वह करोड़ों और अरबों में होने लगा है। लेकिन इतिहास गवाह है की जनता अगर चाहती है तो व्यवस्था को बदलना असंभव नहीं।


 हम आजादी के आंदोलन से सीख ले सकते हैं सैकड़ों वर्षो की गुलामी के बाद जब पूरे देश की जनता एकजुट हो गई और शक्तिशाली अंग्रेजो के खिलाफ खड़ी हो गई तो ब्रिटिश हुकूमत को भी इस देश को छोड़कर जाना पड़ा आजादी के बाद भी जनता ने अहंकारी सत्ता को बेदखल किया है। जनता ने अगर चाह लिया है तो सांसदों विधायकों और मंत्रियों को भी जेल की हवा खानी पड़ी है। उनको कुर्सी गंवानी पड़ी है। आम जनता का विरोध बड़ा प्रभावी होता है।इसीलिए किसी भी सामाजिक बुराई के खिलाफ जन जागरूकता प्रभावी उपाय है।अगर आम जनमानस खड़ा होता है तो बड़ी-बड़ी ताकते धराशायी जाती हैं।सरकारी विकास कार्यों पर अंधाधुन्ध पैसे खर्च करती हैं लेकिन एक तंत्र ऐसा बन गया है कि सरकार में बैठे हुए लोग ही उस पैसे का बड़ा हिस्सा हड़प कर जाते हैं।और ऐसे लोग आम जनता को बेवकूफ समझते हैं।भ्रष्ट तंत्र को पता है कि किसी एक व्यक्ति आगे आने की संभावना बहुत कम है।


लेकिन बंधुओं शुरुआत एक व्यक्ति से ही होती है।हमें अन्ना हजारे के आंदोलन को भूलना नहीं है। जब 77 साल का एक वृद्ध व्यक्ति अन्ना हजारे ने पूरे देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन किया था।उस समय  पूरे देश में वह भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के एक प्रतीक बन गए थे। सारा देश यह कहने लगा था मैं भी अन्ना तू भी अन्ना अब तो सारा देश है अन्ना।


 बंधुओं बात जागरूकता की है बात किसी के आगे आने की है अगर मैं आगे आया हूं तो यह आप लोगों के द्वारा दिए गए हिम्मत और विश्वास के कारण है।बंधु मैंने शुरुआत मेहदावल नगर पंचायत से की है अभी शुरुआत है और यह लड़ाई अभी बहुत आगे जाएगी मैंने अपने शुरुआती लड़ाई में जो कुछ सीखा है उससे यह बात पता चली है कि अपने मेहदावल नगर में अगर इमानदारी से काम हुआ होता तो मेहदावल नगर पंचायत की सूरत कुछ और होती है। हम सब जानते हैं की मेहदावल नगर पंचायत में बहुत सारे काम कराए गए लेकिन जिस ढंग से और जिस ईमानदारी से काम कराया जाना था उस तरह का काम नहीं हुआ।यह सोचकर और भी आश्चर्य होता है कि कई ऐसे काम भी कराए गए जिनको आप धरातल पर नहीं ढूंढ सकते। ऐसे काम सिर्फ कागजों में कराए गए हैं।जब मुझे इन सब बातों की जानकारी हुई और मैंने सोचा कि इसके खिलाफ आवाज उठाना है तो मेरे मन में भी आया था कि मैं काम कर पाऊंगा कि नहीं लोग मेरा साथ देंगे कि नहीं लेकिन आप लोगों के द्वारा दिए गए हिम्मत के कारण यह संभव हो पाया है कि मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ के खिलाफ आवाज उठा रहा हूं ।मुझे इस बात का भी डर था कि कहीं लोग यह ना कह दें कि यह मेरी किसी व्यक्ति विशेष से लड़ाई है लेकिन मैंने ठान लिया कि आवाज उठानी है तो उठाएंगे और जब भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई जाएगी तो कहीं ना कहीं उस भ्रष्ट तंत्र में शामिल सभी लोगों के खिलाफ या आवाज होगी फिर चाहे वह कोई जनप्रतिनिधि हो या फिर प्रशासन के अधिकारी हो।


बंधुओं यह सिर्फ मेरी लड़ाई नहीं है यह मेहदावल की जनता की लड़ाई है हर एक व्यक्ति की लड़ाई है क्योंकि अगर विकास सही ढंग से होगा तो इसका फायदा हम सब उठाएंगे इसलिए हमें इसके खिलाफ आवाज उठानी ही चाहिए हम इतनी संख्या में यहां इकट्ठे हुए हैं तो यह हम सब की जागरूकता के कारण ही संभव हो पाया है। बंधुओं अभी तक मैंने भ्रष्टाचार के खिलाफ जितना भी प्रयास किया मैं चाहता हूं कि आप लोगों के सामने उस बात को रखूं बहुत सारे भ्रष्टाचार के बारे में आप जानते होंगे लेकिन ऐसे बहुत सारे और भ्रष्टाचार हैं जो शायद आप लोग नहीं जानते होंगे मैं एक सूची आप लोगों के सामने रख रहा हूं आप स्वयं विचार करिएगा कि जनता के साथ हम लोगों के साथ कितना धोखा हुआ है।

1. शव दाह


2. कुसफर नाली सड़क


3. मिश्रवालिया काँटी रोड


4. सरकारी अस्पताल मे लाखों का घोटला सुंदरी करण के  नाम पर


5. कुंआ का sundrir करण घोटाला


6. पाइप लाइन करोड़ो की बिछी लेकिन एक बूंद पानी कोई नगर का नहीं पाया


7.  जुड़े गॉव में जान कर विकास नहीं कराया जा रहा 


8. परिवार रजिस्टर में नाम दर्ज करने के नाम पर, आवास के नाम पर avidr वसूली मैंने कुछ विषय आप लोगों के सामने रखे हैं बातें और भी हैं लेकिन मैं यहां भाषण नहीं देना चाहता और अब हम यहां जिस उद्देश्य के लिए आए हैं उस रैली को आगे बढ़ना है पूरे नगर में घूमना है जिससे हर एक व्यक्ति हम लोगों के इस आंदोलन में सहयोग करें। 

बंधु हमें एक अनुशासित ढंग से पूरे नगर में चलना है और इस बात का ध्यान देना है कि सड़क पर चलते हुए आम जनमानस को  आवागमन जरा सी भी कठिनाई ना हो।हम अनुशासित ढंग से पंक्ति में होकर चलेंगे।हम समाज के एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में अपना संदेश लोगों तक पहुंचाएंगे। लोगों को यह कहने का मौका ना मिले की हम लोगों के द्वारा किसी को किसी प्रकार की असुविधा हुई हो।

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