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भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून से आए विशेषज्ञों के द्वारा प्राणी उद्यान गोरखपुर में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया

 


सेराज अहमद कुरैशी 

गोरखपुर, उत्तर प्रदेश भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून से आए विशेषज्ञों के द्वारा शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणी उद्यान गोरखपुर में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें वन प्रभाग गोरखपुर, सोहगी बरवा वन्यजीव प्रभाग महाराजगंज, वन प्रभाग संत कबीर नगर के साथ-साथ प्राणी उद्यान गोरखपुर के अधिकारियों कर्मचारियों सहित जु कीपरों ने प्रतिभाग किया कार्यशाला में गंगा की सहायक नदियों जैसे राप्ती, घाघरा, रोहिन व आमी सहित अन्य नदियों में हो रहे जल प्रदूषण को कम करने के उपाय तथा प्रदूषण की वजह से जलीय पारिस्थितिकी में सिर्फ पर रहने वाले गांगेया डॉल्फिन के ऊपर होने वाले दुष्प्रभाव के बारे में विस्तृत रूप से चर्चा हुई।

गांगेय डॉल्फिन भारत का राष्ट्रीय जलीय जीव है।

उक्त कार्यशाला में आए विषय विशेषज्ञों ने अपने अनुभव को साझा करते हुए महत्वपूर्ण जानकारियों को दीया । कार्यशाला की समन्वयक एवं भारतीय वन्यजीव संस्थान की वैज्ञानिक डॉ0 संगीता एंगोम ने माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के निर्देशन में चल रहे नमामि गंगे परियोजना के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी। प्राणी उद्यान के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ योगेश प्रताप सिंह ने कार्यशाला के महत्व के बारे में बताते हुए कहां कि इस प्रकार के कार्य शालाओं के आयोजन से प्राणी उद्यान तथा गोरखपुर जनपद के सन्निकट जनपदों में आए दिन होने वाले जलीय जीवो के रेस्क्यू के तरीकों को जानकर हम और भी बेहतर तरीके से वन्यजीवों की रक्षा कर सकेंगे प्रशिक्षण किसी भी व्यक्ति के कार्य की क्षमता को बढ़ाते हुए उसको दक्ष बनाने का कार्य करता है

कार्यशाला में डॉ0 नीरज महर, श्री गौरा चंद्रा दास, श्री सूर्य प्रकाश यादव, श्री अजित कुमार आदि ने अपने अपने बिषयों के बारे में विस्तृत रूप से चर्चा किया।

कार्यक्रम का संचालन WII की आयुषी पाण्डेय ने किया और श्री राहुल और मिस सना ने अन्य व्यवस्थाओं में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।

कार्यशाला में सभी प्रतिभागियों को मगरमच्छ घड़ियाल एवं विभिन्न सांपों को पकड़ने उनको रेस्क्यू करने तथा उनके जीवन को बचाने हेतु किन तरीकों से उनको पकड़ा जाए इस हेतु प्राणी उद्यान में मगरमच्छ घड़ियाल तथा सांपों को पकड़ कर लाइव विमान स्टेशन के माध्यम से कार्यशाला किया जाएगा।


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