अधिकारियों के आदेश की हो रही अवहेलना। मलाईदार कुर्सी पर जमे रहने का आरोप
कानपुर विकास प्राधिकरण जोन एक की लिपिक लेखनी सचान जाजमऊ योजना क्षेत्र में कार्यरत होने के बावजूद जोन 3 रतनलाल नगर योजना एवं इस्पात नगर योजना का कार्य संचालित कर रही है। वहीं दूसरी ओर केडीए वीसी के द्वारा विगत कुछ माह पूर्व जोन एक में ट्रांसफर किया जा चुका है जोन 1 में स्थांतरण होने के बावजूद मलाईदार जोन 3 में बने रहने के पीछे आखिरकार लिपिक को किसने आदेशित किया सूत्रों ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि जोन 3 मलाईदार जोन में शुमार रखता है कानपुर विकास प्राधिकरण के जिम्मेदार अधिकारियों ने भी इस बाबत अपनी आंखें बंद रखी हुई है आखिरकार कानपुर विकास प्राधिकरण एवं आलाधिकारी इस ओर कब ध्यान देकर कर्मचारियों को उनके जोन में स्थान्तरित करने का कार्य करेंगी।केडीए में वैयक्तिक सहायक की धमक के जरिये जोन के सभी लिपिक से जबरन वाली कार्यप्रणाली शुरू है। जिसमे आनाकानी करने वाले लिपिक की जोनल प्रभारी से उल्टी सीधी शिकायत करके चार्ज तक हटवाने की कार्यवाही शुरू कर दी जाती है। अभी हाल ही में ऐसा ही कुछ हुआ है, जिसमे जोन 3 के लिपिकों को चार्ज आवंटित हुए बहुत दिन नही हुए थे, फिर भी चार्ज या कार्य क्षेत्र बदल दिए गए। अपनी धमक के दम पर सभी लिपिक को प्रभावित किया गया। जबकि खुद की तैनाती जोन 1 में है और वैयक्तिक सहायक तहसीलदार अर्चना अग्निहोत्री की है। इन्ही दो आदेशों के बावजूद जबरन जोन 3 की योजना का काम खुद देख रही है। आपको यह भी अवगत करवाते चलें कि सभी लिपिकों की योजना कार्य क्षेत्र में परिवर्तन हुआ है। लेकिन लेखनी सचान के चार्ज को नही परिवर्तित किया गया है। इसी दबदबे के चलते जोन 3 के लिपिक नाम न छापने की शर्त पर बताते रहे कि साप्ताहिक से लेकर मासिक तक के रेट फिक्स है।
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