प्रबन्धन के विरोध में एवं बिजली कर्मियों की न्यायोचित समस्याओं के समाधान हेतु 29 नवम्बर से अनिश्चितकालीन कार्यबहिष्कार
कानपुर, विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उ०प्र० के आवाहन पर 29 नवम्बर 2022 से समस्त ऊर्जा निगमों में अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार करने की नोटिस अपर मुख्य सचिव (ऊर्जा) को भी भेज दी है। नोटिस में लिखा गया है कि ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन के स्वेच्छाचारी रवैये एवं नकारात्मक कार्यप्रणाली के कारण ऊर्जा निगमों को हो रही आर्थिक क्षति एवं ऊर्जा निगमों में व्याप्त भय के वातावरण को समाप्त कराने हेतु एवं बिजली कर्मियों की वर्षों से लम्बित न्यायोचित समस्याओं के समाधान हेतु बार-बार अनुरोध किये जाने के बावजूद कुछ भी सार्थक कार्यवाही न होने के कारण संघर्ष समिति ने सरकार व प्रबन्धन के ध्यानाकर्षण हेतु आन्दोलन का निर्णय लिया है। 765/400/220 केवी विद्युत उपकेन्द्रों को आउटसोर्सिंग के माध्यम से चलाने का निर्णय रद्द किया जाये, पारेषण में जारी निजीकरण प्रक्रिया निरस्त की जाये, आगरा फ्रेंचाईजी व ग्रेटर नोएडा का निजीकरण रद्द किया जाये, ऊर्जा कर्मियों की सुरक्षा हेतु पावर सेक्टर इम्प्लॉइज प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाये, तेलंगाना, पंजाब, दिल्ली व उड़ीसा सरकार के आदेश की भांति ऊर्जा निगमों के समस्त संविदा कर्मियों को नियमित किया जाये। संघर्ष समिति की आज केस्को मुख्यालय पर हुई विशल सभा को शैलेन्द्र दुबे, जितेन्द्र सिंह गुर्जर, जी०बी० पटेल, सद्रुद्दीन राना, महेन्द्र राय, पी०एन० राय, सुहेल आबिद, चंद्रभूषण उपाध्याय, विजय त्रिपाठी, रफीक अहमद, शम्भू रत्न दीक्षित, भगवान मिश्र, अजय कुमार आनन्द, देवेन्द्र अग्रवाल, बी०के० अवस्थी, सय्यद सईद अहमद पी०एस० बाजपेई, शमीम अहमद, राम सांवर सिंह, अमित यादव, विष्णु अवतार पाण्डेय, कपिल मुनि, गौरव दीक्षित, शम्भू सिंह, ई० सन्तोष तिवारी, ई० सतीश चन्द्र, ई० अश्विनी चतुर्वेदी, पवन ताम्बे, लालजी, ई० तोयज भूषण मिश्रा, ई० अनुराग पाण्डेय, ई० रमेश चन्द्र गौतम, ई० विकास भटनागर, ई० संजय प्रसाद, ई० सूर्य लाल चौहान, लक्ष्मी सिंह (सौम्या), पुष्पा, देवकी, सावित्री, उर्मिला आदि ने संबोधित किया।
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