शामे ग़म मे अमीर हमज़ा अशरफी की तक़रीर व ख्याती प्राप्त अन्जुमनों के नौहों पर होता रहा मातम - ADAP News - अपना देश, अपना प्रदेश!

Header Ads

शामे ग़म मे अमीर हमज़ा अशरफी की तक़रीर व ख्याती प्राप्त अन्जुमनों के नौहों पर होता रहा मातम

 


प्रयागराज, उत्तर प्रदेश दो माह और आठ दिनो तक जारी रहने वाले अय्यामे अज़ा मे अब मात्र चार दिन ही शेष रह गए हैं ऐसे मे दरियाबाद रानीमण्डी करैली सहित तमाम इलाक़ो मे शब्बेदारी जुलूस व मजलिसे अज़ा के एक दिन मे कई कई आयोजन हो रहे हैं।रानीमण्डी चकय्यानीम स्थित इमामबाड़ा मिर्ज़ा नक़ी बेग के बाहर मैदान मे शामे ग़म कमेटी की ओर से रात भर नौहों और मातम की सदाएँ गूँजती रहीं।मालेगाँव महाराष्ट्र के सूफी संत व मशहूर ज़ाकिरे अहलेबैत क़ौमो मिल्लत मौलाना अमीर हमज़ा अशरफी की नूरानी व अहलेबैत ए अतहार पर की गई हैरतअंगेज तक़रीर सुनने को हर शख्स बेक़रार रहा और देर रात तक उनके बयान सुनने को डटा रहा।वहीं आफताबे निज़ामत जनाब नजीब इलाहाबादी के ओजस्वी शेरो शायरी के साथ सधे सन्चालन मे देश प्रदेश व शहर की अन्जुमनों ने नौहों और मातम से शब को बेदार करे रखा।फैज़ जाफरी ने सोज़ख्वानी तो हसन अली ने ज़िक्रे शोहदाए करबला का दर्दनाक मंज़र पेश किया।खतीब व अमबर वसीम ने पेशख्वानी की।अन्जुमन पंजतनि तुराबखानी सुलतानपुर ,अन्जुमन नूरे इसलाम जलालपुर  अन्जुमन ग़ुन्चा ए नासिरुल अज़ा बड़ा गाँव जौनपुर ,अन्जुमन जाफरिया फतेहपुर ,अन्जुमन अब्बासिया दांदूपुर ,अन्जुमन ग़ुन्चा ए क़ासिमया इलाहाबाद ,अन्जुमन मोहाफिज़े अज़ा दरियाबाद ,अन्जुमन अब्बासिया रानीमण्डी ,अन्जुमन मज़लूमिया रानीमण्डी के नौहाख्वानों ने रात भर करबला के शहीदों को पुरसा पेश करते नौहा पढ़ा।रानीमण्डी के काज़मी लॉज मे मेराजे अज़ा कमेटी की ओर शब्बेदारी मे देश भर की अन्जुमनों ने रात भर पुरसा पेश करते हुए पढ़े नौहे।रज़ा इसमाईल सफवी की सोज़ख्वानी से शब्बेदारी का आग़ाज़ हुआ।मौलाना आमिरुर रिज़वी ने मजलिस मे तक़रीर की तो बनारस के मौलाना नदीम असग़र साहब ने खेताब किया।नजीब इलाहाबादी और नायाब बलयावी के संयुक्त संचालन मे एक एक अन्जुमनों को स्टेज पर बुलाकर नौहा पढ़वाया गया जिस पर अन्जुमनों के सदस्य जम कर मातम करते रहे।अन्जुमन जाफरिया जलालपुर ,अन्जुमन सिपाहे हुसैनी अरिया सादात आम्बेडकर नगर ,अन्जुमन मोईनुल मोमनीन भादी जौनपुर ,अन्जुमन बज़्मे अब्बासिया सिलसिलेवार नौहों व मातम की सदाओं से माहौल ग़मज़दा बनाती रही।अन्जुमन गुलशने इस्लाम ने दहकते अंगारों पर ज़न्जीरों को गर्म करके पुश्तज़नी की। शहर की अन्जुमन अब्बासिया रानीमण्डी ,अन्जुमन मज़लूमिया रानीमण्डी ,अन्जुमन शब्बीरिया रानीमण्डी ,अन्जुमन ग़ुन्चा ए क़ासिमया बख्शी बाज़ार ,अन्जुमन हुसैनियाँ क़दीम दरियाबाद व अन्जुमन मज़लूमिया  रानीमण्डी के नौहाख्वानों ने भी रात भर नौहा पढ़ा शबीहे अलम और ज़ुलजनाह की ज़ियारत भी लोगों ने की।
*आज निकलेगा इमामबाड़ा हातिफ हुसैन शाहनूर अली गंज से जुलूस ए अलविदा या हुसैन*

शाहगंज के शाहनूर अली गंज इमामबाड़ा स्व सैय्यद हातिफ हुसैन से रविवार को रात्रि आठ बजे अदीब रज़ा , नजीब रज़ा ,हबीब रज़ा की क़यादत मे जुलूस अलविदा या हुसैन अक़ीदत व ऐहतेराम के साथ निकाला जायगा।जुलूस ए अज़ा के मीडिया डायरेक्टर सैय्यद मोहम्मद अस्करी के अनुसार रविवार 5 रबिउल अव्वल का क़दीमी जुलूस ए अलविदा या हुसैन मे शहर की सभी मातमी अन्जुमने नौहा और मातम के साथ इमामबाड़ा असद रज़ा पर देर रात को जुलूस का समापन करेंगी।जुलूस मे आकर्षक फूलों से सजा ज़ुलजनाह ताज़िया अलम व ताबूत भी साथ साथ ज़ियारत को निकाला जाएगा।दरियाबाद मे रविवार को दिन मे 11 बजे से अठ्ठारह बनी हाशिम का रहवार (दुलदुल)की शबीह मुख्तलिफ तरीक़ो से सुसज्जित कर निकाली जायगी।हुसैनिय रजिस्टर्ड ज़न्जीरों से पुश्तज़नी करेगी।नेयाज़ हुसैन खाँ इमामबाड़़े दरियाबाद से अठारह रहवार का जुलूस उठ कर दरियाबाद क़ब्रिस्तान तक ले जाया जाएगा।

No comments