पसमांदा समाज के वीर अब्दुल हमीद इदरीसी को मिले भारत रत्न- अनीस मंसूरी - ADAP News - अपना देश, अपना प्रदेश!

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पसमांदा समाज के वीर अब्दुल हमीद इदरीसी को मिले भारत रत्न- अनीस मंसूरी

 


लखनऊ। परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद  इदरीसी के बलिदान दिवस /यौम,-ए -शहादत पर उनकी याद में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। श्रद्धांजलि सभा आरम्भ वीर  अब्दुल हमीद के चित्र पर माल्यार्पण कर अनीस मंसूरी ने किया।

सभा को सम्बोधित करते हुऐ श्री अनीस मंसूरी पूर्व राज्य मंत्री, ने कहा कि परमवीर चक्र विजेता अब्दुल हमीद इदरीसी भारतीय सेना में ऐसे वीर सपूत थे जिन्होंने पाकिस्तानी सेना के अजय समझे जाने वाले पेटन  टैंको को नष्ट किया था। 

इनकी इस वीरता स्वरूप सेना के सर्वोच सम्मान परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था।

श्री अनीस मंसूरी ने कहा कि वीर अब्दुल हमीद  उत्तर प्रदेश के गाज़ीपुर जिला के  मोहम्मद उस्मान इदरीसी के घर में पैदा हुऐ थे। इदरीसी समाज उत्तर प्रदेश के अन्य पिछड़े वर्ग में आता है। इदरीसी समाज पसमांदा मुस्लिम समाज का एक हिस्सा है। अभी  हाल ही में आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने पसमांदा मुसलमानों के बारे में फ़िक्रमंदी दिखाई है। हम पसमांदा तबके के मुसलमानो ने प्रधानमंत्री जी के बयान का स्वागत करते हुए आभार ब्यक्त किया था। 

परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद  इदरीसी पसमांदा मुस्लिम समाज से थे। माननीय प्रधानमंत्री जी ने पसमांदा मुसलमानों के बारे में फ़िक्रमंदी दिखाई  है। हम पसमांदा मुस्लमान माननीय प्रधानमंत्री जी से मांग करते हैं कि वीर अब्दुल हमीद को भारत रत्न अवार्ड से सम्मानित किया जाए। वीर अब्दुल हमीद को भारत रत्न अवार्ड से सम्मानित करने से पूरे पसमांदा समाज का सम्मान होगा। वीर अब्दुल हमीद इदरीसी का सम्मान पूरे पसमांदा मुस्लिम समाज का सम्मान होगा।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से बिहार सरकार में सूचना  एवं प्रोधोगिकी  कैबिनेट मंत्री माननीय मोहम्मद इसराईल  मंसूरी जी ने भी  श्रद्धांजलि सभा में शिरकत की और  माल्यार्पण कर  वीर  अब्दुल हमीद इदरीसी की शहादत पर  खिराज - ए - अक़ीदत पेश  किया।

इस अवसर पर अबू बकर इदरीसी, पप्पू कुरैशी, मोहम्मद फ़ाज़िल अंसारी,ऐजाज़  रायनी, डॉ ऐजाज़  हुसैन,मोहम्मद फुरक़ान अंसारी, हाजी रमजान रहमानी बबलू, मोहम्मद फहद अंसारी, मोहब्बत आरिफ मंसूरी,वारिस अली मंसूरी,मासूम अली मंसूरी, मोहम्मद ऐजाज़ एडवोकेट ,लुकमान मंसूरी के अलावा काफ़ी संख्या में लोग मौजूद थे।

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