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अवैध बस स्टैंड वसूली व धमकी देने के दो और आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार


 गोरखपुर, उत्तर प्रदेश कैन्ट पुलिस ने यूनिवर्सिटी हॉस्टल के पास बने पार्किंग में अवैध बस स्टैंड चलाने, वसूली करने और धमकी देने के दो और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने मामले में चौथा केस दर्ज किया है। मुकदमे के दोनो नामजद आरोपियों रामचरन सिंह पुत्र राजेन्द्र सिंह निवासी आजाद नगर, रुस्तमपुर, थाना रामगढ़ताल और सुधीर कुमार सिंह उर्फ बबलू सिंह पुत्र शीतला प्रसाद सिंह निवासी रामनगर धरौरा थाना रोनाही, जिला फैजाबाद को बुधवार सुबह अरेस्ट कर कोर्ट में पेश किया जंहा से दोनो को जेल भेज दिया गया।

इंस्पेक्टर शशिभूषण राय और चोकी इंचार्ज अमित चौधरी ने बताया कि

21 सितंबर 2022 को थाना कैण्ट पर आशुतोष शुक्ल निवासी पटहेरवा कुशीनगर ने तहरीर देकर बताया की विश्वविद्यालय चौराहे के पास प्राइवेट बस स्टैण्ड पर असलहा दिखाकर निर्धारित शुल्क 40  से बढ़ाकर जबरन 400  की वसूली की जाती है। विरोध करने पर कुछ लोगों द्वारा जान से मारने की धमकी दिया गया। जिसके बाद दोनो नामजद आरोपियों पर केस दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है।

सोमवार को एडीजी व कमिश्नर के निर्देश पर कैन्ट पुलिस ने यूनिवर्सिटी हॉस्टल के पास पार्किंग का ठेका लेकर अवैध प्राइवेट बस स्टैंड चलाने वाली कम्पनी दिव्यांशु कंस्ट्रक्शन के मोहद्दीपुर निवासी प्रदीप सिंह, जैतपुर तिहरे हत्याकांड के अभियुक्त बालमुकुंद सिंह, प्रदीप शर्मा व कई अज्ञात पर सोमवार देर रात तीन अलग अलग केस दर्ज किया है। आरोप है कि ये लोग अवैध बस स्टैंड चलते है और गाली गलौज मारपीट कर वसूली करते है। पुलिस ने यह मुकदमा रामचरण सिंह निवासी आजाद नगर, सुभाष चन्द्र तिवारी निदेशक शिवदानी रोडवेज इंफ्राफेक्टर प्राइवेट लिमिटेड और संजय कुमार जायसवाल मालिक प्राइवेट बस के तहरीर पर की है। पुलिस ने प्रदीप सिंह और शिव कुमार मिश्रा को गिरफ्तार किया था।

एडीजी को मिली शिकायत के अनुसार जैतपुर तिहरे हत्याकांड के एक अभियुक्त बालमुकुंद के गुर्गे प्रदीप सिंह के पास यूनिवर्सिटी पार्किंग का ठेका है। जहां कोई भी अपनी गाड़ी खड़ी कर शहर में जा सकता है। लेकिन वहां धड़ल्ले से प्राइवेट बसों का संचालन शुरू हो गया है। बकायदा बसों का नंबर लगाया जाता है और एक बस के नंबर लगाने के लिए ३००-३०० रूपये वसूलते हैं। रूपये न देने पर धमकी और मारपीट की जाती है। सूत्रों के अनुसार इससे लाखों की वसूली हो रही है। एक शिकायतकर्ता ने प्रदीप सिंह पर मारपीट और बस के कर्मचारियों को धमकी देने का आरोप लगाया है। जिसके बाद एडीजी ने कार्रवाई का सख्त निर्देश देते हुए कहा है कि जांच कर दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाय और अरेस्ट किया जाए। साथ ही जरूरत हो तो गैंगेस्टर की भी कार्रवाई की जाए। वहीं अवैध बस स्टैंड का संचालन व वसूली हर हाल में बंद कराया जाए।


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