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कारगिल युद्ध में शहीद 530 शहीद सैनिकों को याद किया

 संत कबीर नगर, उत्तर प्रदेश।


कुड़ी लाल रुंगटा सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज खलीलाबाद संत कबीर नगर मे कारगिल विजय दिवस का कार्यक्रम  मनाया गया।इस कार्यक्रम मे कार्यक्रम के मुख्य अतिथि  श्रीमान चंद्रभान भारती (पूर्व सैनिक भारतीय सेना)एवं विद्यालय  के  प्रधानाचाय श्रीमान राकेश कुमार अग्रहरी जी द्वारा दीप प्रज्वलन के बाद कारगिल के युद्ध में शहीदों के चित्र पर तथा सरस्वती माता के चित्र पर पुषपार्चन किया गया । विद्यालय के वरिष्ठ आचार्य दिनेश मिश्र द्वारा अतिथियों का परिचय कराते हुए कार्यक्रम की प्रस्तावकी प्रस्तुत की गई ।इस कार्यक्रम मेंभैया बहनों  द्वारा कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया ।वैष्णवी ,आंचल, आरुषि ,अनन्या ,अर्चना ,अंकिता, यादव ,मोनिका मौर्य,रिया पांडे, अंशिका द्वारा गीत प्रस्तुत किया गया।गीतों के माध्यम से भैया बहनों ने छात्रों के मनोभाव में राष्ट्रभक्ति का प्रेम उजागर किया । प्रिया कुमारी द्वारा कारगिल विजय दिवस के अवसर पर शहीदों को याद करते हुए  यह बताया गया कि पाकिस्तान इस युद्ध को अंतर्राष्ट्रीय विवाद प्रस्तुत करके अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुलझा कर  कश्मीर पर अपना आधिपत्य स्थापित करने के लिए पूरी योजना बनाई थीं।मृदुल मिश्रा द्वारा ओजस्वी भाषण देकर छात्रों को् राष्ट्र  के प्रति प्रेरित कर


कारगिल युद्ध  में शहीद 530 शहीद सैनिकों को याद किया।सिद्धि गोस्वामी के द्वारा  शहीदों को याद करते हुए यह कहा गया कि उनकी वीरता को हम गले से  गान नहीं कर सकते उनकी वीरता इतनी महान है शब्दों में बयां नहीं कर सकते नहीं सकते ।शिखा त्रिपाठी ने कारगिल में परमवीर चक्र प्राप्त मनोज पांडे के नियुक्ति की घटना को संबोधित करते हुए बताया कि मनोज पांडे अपने इंटरव्यू में यह कहा था कि हमें आर्मी में इसलिए जाना है कि मुझे परमवीर चक्र प्राप्त हो जो कि शहीद होने पर ही प्राप्त होता हैै ऐसे  सैनिकों के होने पर हम कारगिल जैसे युद्ध पर विजय प्राप्त कर लेते हैं। विद्यालय के वरिष्ठ आचार्य शैलेश जी द्वारा कारगिल युद्ध पर प्रकाश डालते हुए यह बताया गया कि कारगिल की समस्या कहां से शुरू हुई । यह समस्या देश के विभाजन से शुरू हुआ।  562 रियासतें थी वह सभी रियासतें एक भारतीय राजनीतिक  संघ में सम्मिलित हुई। परंतु तीन रियासतें, जूनागढ़, हैदराबाद ,कश्मीर, का विलय नहीं हो पाया था, पाकिस्तान कश्मीर को अपने में मिलाने के कारण बार-बार युद्ध करता था युद्ध में एक कारगिल युद्ध भी है। विद्यालय  के प्रधानाचार्य श्री राकेश कुमार अग्रहरी जी द्वारा अतिथियों का आभार ज्ञापन किया गया। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के वरिष्ठ आचार्य करुणेश मिश्र जी द्वारा किया गया कार्यक्रम में गोविंद जी प्रीति जीअखिलेश जी प्रदीप जी अरविंद जी हनुमान जी भी आचार्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन भारत माता एवं वीर शहीदों का जयघोष से हुआ।


 

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