हलाल पैसे से ही कुर्बानी जायज - मुफ्ती मेराज
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।मकरजी मदीना जामा मस्जिद रेती चौक में कुर्बानी पर नौ दिवसीय दर्स (व्याख्यान) के पहले दिन मुफ्ती मेराज अहमद क़ादरी ने कहा कि अल्लाह इरशाद फरमाता है कि "ऐ महबूब अपने रब के लिए नमाज पढ़ो और कुर्बानी करो"। कुर्बानी का सिलसिला ईद-उल-अजहा के दिन को मिलाकर तीन दिनों तक चलता है। मुसलमान अल्लाह की रज़ा के लिए कुर्बानी करते हैं। हलाल तरीके से कमाये हुए पैसे से कुर्बानी जायज मानी जाती है, हराम की कमाई से नहीं।
उन्होंने कहा कि ऐसे जानवरों की ही कुर्बानी करें जिसकी हमें भारतीय कानून से इजाजत है जैसे भैंस, बकरा-बकरी, दुंबा, भेड़ आदि। ऐसे जानवरों की कुर्बानी कतई न करें जिन पर सरकार द्वारा प्रतिबंध है। कुर्बानी के दिनों में साफ-सफाई का खास ख्याल रखें। अपशिष्ट पदार्थ सड़कों पर न फेंके। कुर्बानी के मौके पर वीडियो व फोटो बिल्कुल न बनाएं। दीन-ए-इस्लाम में साफ-सफाई को आधा ईमान करार दिया गया है लिहाजा इसका खास ख्याल रखें। अमनो शांति के साथ ईद-उल-अजहा पर्व मनाएं।
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