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Monkeypox वायरस को लेकर मोदी सरकार ने किया अलर्ट जारी: सरकारी गाइडलाइंस, जानिए ताजा अपडेट

 


आकाश सिंघल

लखनऊ Monkeypox वायरस को लेकर मोदी सरकार  ने किया अलर्ट जारी:  सरकारी गाइडलाइंस, जानिए ताजा अपडेटभारत सरकार भी मंकीपॉक्स के खतरे को लेकर अलर्ट पर है। मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने मंकीपॉक्स वायरस के खतरे को देखते हुए राज्य सरकारों के लिए विस्तृत दिशा निर्देश जारी किये हैं। हालांकि देश में अभी तक मंकीपॉक्स का कोई भी मामला देखने को नहीं मिला है। लेकिन सरकार इसको लेकर गंभीर है और मंकीपॉक्स की निगरानी, जांच और इलाज को लेकर विस्तृत गाइडलाइन जारी कर राज्यों को निर्देश दिया है कि मंकीपॉक्स संक्रमण के लेकर राज्य सरकारें अपने स्तर पर अलर्ट रहें।
जिसमें से तमिलनाडु, महाराष्ट्र, राजस्थान में बहुत तेजी से इसके लिए कार्य किए जा रहे हैं।


Monkeypox Virus: कोरोना वायरस जहां एक तरफ चौथी बार पैर पसार रहा है वहीं अब एक नए वायरस ने दस्तक दी है। इस वायरस का नाम है मंकीपॉक्स।
ये एक दुर्लभ बीमारी है, जो चेचक की तरह ही है। हालांकि, आमतौर पर यह ज्यादा गंभीर बीमारी नहीं है। यह एक ऑर्थोपॉक्सवायरस है, जो वायरस का एक जींस है, जिसमें वेरियोला वायरस भी शामिल है, जिसके चलते चेचक होता है। आम तौर पर मध्य और पश्चिम अफ्रीका के दूरदराज के हिस्सों में होने वाला यह वायरस पहली बार 1958 में बंदरों में पाया गया था। इंसानों में पहली बार यह मामला 1970 में दर्ज किया गया था। चूहों या बंदरों जैसे संक्रमित जीवों से मनुष्य में फैलने वाली इस बीमारी को मंकीपॉक्स नाम दिया गया है। पहले भी ये वायरस लोगों को परेशान कर चुका है और एक बार फिर से इसके संक्रमित मरीज मिलने लगे हैं। ब्रिटेन के स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक ये संक्रमण नाइजीरिया से आया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक मंकीपॉक्स ये संक्रमण नाइजीरिया से आया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक मंकीपॉक्स को 1970 मैं आया था।


इसमें यह सुझाव दिया गया है कि इन यात्रियों को मृत या जीवित चूहे, गिलहरी तथा बंदर सहित छोटे स्तनपायी जंतुओं के करीब जाने से बचना चाहिए। इसने बीमार लोगों द्वारा इस्तेमाल किये गये कपड़े, बिस्तर या स्वास्थ्य संस्थानों में उपयोग की गई सामग्री या संक्रमित जंतुओं के संपर्क में आये लोगों से दूर रहने की सलाह दी है। 
परामर्श में कहा गया है कि उन्हें सतर्क रहना चाहिए खासतौर पर उन देशों से आने वालों को जहां मंकीपॉक्स के मामले सामने आये हैं।

मंत्रालय ने कहा कि प्रभावित देशों में पिछले 21 दिनों में यात्रा करने वाले लोगों के यात्रा विवरण की जांच करनी चाहिए। साथ ही, हवाईअड्डों और बंदरगाहों से चिह्नित अस्पतालों तक उनको भेजने की व्यवस्था को तुरंत मजबूत किया जाना चाहिए। इससे बीमारी फैलने की आशंका  को कम करने में मदद मिलेगी।

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