रेलवे का निजीकरण नहीं होने देगें - शिवगोपाल मिश्रा
लखनऊ केन्द्र व राज्य सरकार की मजदूर विरोधी , किसान-विरोधी, जन-विरोधी, राष्ट्र-विरोधी , विनाशकारी, कारपोरेट समर्थक नीतियों के खिलाफ मजदूरों का राज्य स्तरीय संयुक्त सम्मेलन कल चालीस क्वार्टर्स, रेलवे कालोनी आलमबाग, सवारी गाड़ी कारखाना के पास सामुदायिक केन्द्र, में 23 व 24 फरवरी 2022 दो दिवसीय राष्ट्रीय हड़ताल को सफल बनाने के आवाहन के साथ सम्पन्न हुआ।
सम्मेलन का आयोजन केन्द्रीय श्रम संगठनों/औद्योगिक फैडरेशनों/राज्य व केन्द्र सरकार कर्मचारियों के स्वतन्त्र एशोसिएशनों के संयुक्त मंच ने आयोजित किया था।
सम्मेलन में मुख्य प्रस्ताव एच एम एस के प्रान्तीय महामंत्री उमाशंकर मिश्रा ने रखा । प्रस्ताव रखते हुये उन्होंने कहा कि प्रदेश में श्रम कानूनों का पालन नहीं हो रहा है। तमाम उद्योगों में पिछले कई वर्षो से वेतन पुनरीक्षण नहीं हुआ है। प्रस्ताव का समर्थन एटक के महामंत्री चन्द्रशेखर ने किया।
सम्मेलन को एचएमएस के प्रदेश अध्यक्ष व आल इण्डिया रेलवे फैडरेशन में राष्ट्रीय महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा ने कहा कि रेलवे का निजीकरण किसी भी कीमत पर नहीं होने दिया जायेगा। उन्होनें कहा कि केन्द्र सरकार मजदूर विरोधी है। इसे अपनी नीतियों में बदलाव करना चाहिए।
इण्टक के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अशोक सिंह ने कहा कि देश का मजदूर सरकार की नीतियों के खिलाफ लगातार संघर्ष में है। यदि यह सरकार मजदूर विरोधी नीतियों की नहीं बदलती है तो मजदूरों को इस सरकार को बदल देना चाहिए।
सीटू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जे एस मजूमदार ने कहा कि वर्तमान सरकार मजदूरों को गुलाम बनाने के लिये चार श्रम संहिता लायी है। मजदूरों के आन्दोलन के कारण अभी उसे लागू नहीं कर पायी है। चार रूल्स भी बना दिये गये है। इन श्रम कानूनों को कारपोरेट के हित में बनाया गया है।
एटक की राष्ट्रीय महासचिव अमरजीत कौर ने कहा कि किसानों के आन्दोलन ने अपनी एकता और अनुशासन के बल पर तीन कृषि कानून को वापस लेने के लिये सरकार को मजबूर कर दिया। मजदूर आन्दोलन भी एकजुट होकर आन्दोलन चलाये तो इन श्रम संहिता को रद्द कराया जा सकता है। यह सरकार वोट से डरती है। हमें के मजदूर के रूप में आने वाले समय में मतदान करना है। उत्तर प्रदेश में मिशन 2022 के तहत भाजपा सरकार को बदलना चाहिए।
सम्मेलन को इण्टक के प्रदेश महासचिव एचएन तिवारी, एटक के चन्द्रशेखर, एचएमएस के उमाशंकर मिश्रा, सीटू के प्रेम नाथ राय, एक्टू के विजय विद्रोही, टीयूसीसी के सुभाष चन्द्र दोहरे, सेवा की फरीदा जलीस , एआईयूटीयूसी के विजय पाल सिंह , बीमा कर्मचारी संघ के आलोक तिवारी, नार्दन रेलवे से आर के पाण्डेय, बैंक से एस के सन्थानी, केन्द्र सरकार कर्मचारियों के एस बी यादव, अखिल भारतीय राज्य कर्मचारी महासघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एस पी सिंह , कमलेश मिश्रा
आदि ने सम्बोधित किया।
हड़ताल के समर्थन व मजदूर आन्दोलन को नयी उॅचाई तक ले जाने का प्रस्ताव सर्वसम्मत से पास हुआ।
सम्मेलन की अध्यक्षता सात सदस्यीय अध्यक्ष मण्डल ने किया। जिसमें अशोक सिंह, शिव गोपाल मिश्रा, डा0 बी के सिंह, रविशंकर मिश्रा, बिजय विद्रोही,
आदि शामिल थे
Post a Comment