सपा ज्वाइनिंग के बाद सदर विधायक के कार्यक्रम मे नही पहुंचे वरिष्ठ सपा नेता - ADAP News - अपना देश, अपना प्रदेश!

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सपा ज्वाइनिंग के बाद सदर विधायक के कार्यक्रम मे नही पहुंचे वरिष्ठ सपा नेता

सन्त कबीर नगर ( खलीलाबाद ) बीजेपी मे रहकर विधानसभा क्षेत्र के विकास को लेकर प्रदेश सरकार की नजर मे नजरंदाज के साथ घुटन महसूस करने वाले सदर विधायक दिग्विजय नारायण चतुर्वेदी के प्रथम सपा कार्यालय आगमन पर जिलाध्यक्ष गौहर अली खान के नेतृत्व मे आयोजित सम्मान कार्यक्रम मे वरिष्ठ समाजवादी नेताओ का टोटा रहा । जनपद के दिग्गज नेताओ मे शुमार रखने वाले नामचीन समाजवादी नेता के डी यादव , उपाध्यक्ष प्रदीप कुमार सिसोदिया , सुनील कुमार सिंह सहित जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव मे कदम से कदम मिलाकर चलने वाले जयराम पाण्डेय नही आये । ऐसे मे सदर विधायक दिग्विजय नारायण चतुर्वेदी उर्फ जय चौबे के उस समाजवादी विचारधारा पर सवाल उठना लाजिमी है जिसके हिमायती होकर बीजेपी विधायक होकर भारतीय जनता पार्टी का त्याग किया ।

उल्लेखनीय है कि विगत दिन सैकड़ो गाड़ियो के काफिले एवं हजार समर्थको  के साथ लखनऊ जाकर सपा मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के समक्ष सपा ज्वाइनिंग करने वाले सदर विधायक दिग्विजय नारायण चतुर्वेदी उर्फ जय चौबे के आने से मजबूत होने वाली समाजवादी पार्टी के जिला कार्यालय पर आयोजित गर्मजोशी के साथ सम्मिलित अभिवादन सम्मान सहित आगामी चुनाव की तैयारी मे जिलाध्यक्ष गौहर अली खान, जिला पंचायत अध्यक्ष के साथ ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि मुमताज अहमद , विधानसभा चुनाव प्रभारी रमेश चन्द यादव , पूर्व विधायक धनघटा दशरथ चौहान सहित जिले के हर कोने से समाजवादी नेता पदाधिकारी पहुंचे लेकिन जनपद के दिग्गज माने - जाने वाले नामचीन समाजवादी नेता के डी यादव , पूर्व रसद व खाद्य मंत्री लक्ष्मीकांत उर्फ पप्पू निषाद , जिला उपाध्यक्ष प्रदीप कुमार सिसोदिया , सुनील सिंह , प्रबल दावेदार वरिष्ठ नेता पवन छापड़िया , कदाचित छोड़ जिला पंचायत सदस्य व जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव मे साथ - साथ नजर आने वाले जयराम पाण्डेय नजर नही आये । ऐसे मे सदर विधायक दिग्विजय नारायण चतुर्वेदी का वह समाजवादी बयान कटघरे मे खड़ा होते नजर आ रहा है जिसमे वे विधानसभा क्षेत्र के विकास के क्रम मे बन्द पड़े सुगर मील , कताई मील , छोटे - बड़े उद्योग धंधे , जर्जर सड़के सहित कांटे को विकास खण्ड बनाने की मंशा व सबका साथ सबका विकास न कर पाने की घुटन महसूस करने की स्थिति की बात कही गयी है । आखिर ऐसी कौन सी वजह रही जिसके चलते आगामी विधानसभा चुनाव मे मजबूत होने वाली समाजवादी पार्टी के दिग्गज माने जाने वाले उक्त वरिष्ठ नेता नही आये ?


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