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जिला कारागार में किया गया निरीक्षण एवं विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन

संत कबीर नगर  जिला कारागार संत कबीर नगर में उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ एवं जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, संत कबीर नगर लक्ष्मीकान्त शुक्ल के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव/न्यायिक अधिकारी हरिकेश कुमार द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव की निरंतरता में विधिक जागरूकता तथा निरीक्षण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। निरीक्षण के समय मात्र पुरूष विचाराधीन एवं सजायाफ्ता बन्दी ही थे। महिला बन्दी अभी जनपद बस्ती के जिला कारागार में निरूद्ध हैं क्योंकि अभी तक महिला वार्डरों की नियुक्ति नहीं हुयी है। निरीक्षण के समय उपस्थित बन्दियों में कुछ बन्दी धारा 379, 511 आईपीसी तथा 379, 411 जैसे छोटे अपराधों में कई दिनों से निरूद्ध है उनके द्वारा बताया गया कि उनकी पैरवी करने वाला कोई नहीं है। उनको विधिक सेवा प्राधिकरण की तरफ से अधिवक्ता दिलवाये जाने हेतु प्रार्थना पत्र जरिए जेल अधीक्षक प्रेषित किये जाने के लिए कारापाल को निर्देशित किया गया। कुछ बन्दियों द्वारा यह बताया गया कि जिला कारागार में पीसीओ की व्यवस्था न होने के कारण उनकी घर वालों से बात नहीं हो पा रही है। इसके सम्बन्ध में जानकारी किये जाने पर जेल अधीक्षक द्वारा बताया गया कि उपकरण उपलब्ध हो गये हैं परन्तु अभी लगें नहीं है, शीघ्र ही उनको लगवा दिया जाएगा। किसी बन्दी द्वारा अन्य कोई समस्या नहीं बतायी गयी 

निरीक्षण के साथ ही बन्दियों को उनके अधिकारों तथा उनके कल्याण हेतु शासन द्वारा चलायी जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान की गयी। ऐसे बन्दी जिनकी पैरवी करने वाला कोई नहीं है तथा जिनकी जमानते स्वीकृत हो चुकी है किन्तु जमानतनामा दाखिल ना हो पाने के कारण अभी तक रिहा नहीं हुए हैं तथा ऐसे बन्दी जो कथित अपराध की तिथि पर 18 वर्ष से कम थे उनके द्वारा किशोर घोषित किये जाने हेतु प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किये जाने के अधिकार के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी। एक बन्दी द्वारा यह संज्ञान में लाया गया कि उसके उपर कुल 05 मुकदमें हैं सभी मे जमानत स्वीकृत हो चुकी है। 04 में जमानतनामा दाखिल हो चुका है किन्तु 01 में जमानत न दाखिल न हो पाने के कारण उसकी रिहाई नहीं हो पा रही है। इसके सम्बन्ध में उसे प्रार्थना पत्र प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया गया। इस अवसर पर कारापाल सतीश चन्द्र त्रिपाठी, फार्मासिस्ट बी0पी0 सिंह तथा जेल के अन्य कर्मचारीगण मौजूद रहे।



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