हुनरमंद युवाओं की हर क्षेत्र मे अपार सम्भावनायें :मंत्री कपिल देव
लखनऊ। हुनरमंद युवाओं की हर क्षेत्र मे अपार सम्भावनायें है। हुनरमंद युवा अपने हुनर के माध्यम से स्वरोजगार शुरू कर अन्य लोगों को रोजगार उपलब्ध करा सकता है। युवाओं को बदलते परिवेश के अनुसार अपने हुनर को अपडेट करने की आवश्यकता है, जिससे उसके हुनर को सही पहचान मिल सके। उक्त बातें प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमशीलता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने कहीं।
कौशल विकास मंत्री सोमवार को विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम का दीप प्रज्जवलन कर शुभारम्भ किया। कौशल विकास मंत्री ने युवाओं को विश्व युवा कौशल दिवस की बधाई देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार द्वारा चलायी जा रही महत्वपूर्ण योजनाओं के फलस्वरूप उत्पन्न होने वाले रोजगार के विभिन्न अवसरों के सापेक्ष कार्यकुशल युवा उपलब्ध कराने हेतु कौशल प्रशिक्षण पर विशेष बल दिया जा रहा है।
उन्होंने कृषि प्रधान प्रदेश होने के कारण गन्ना उत्पादन के क्षेत्र में उपलब्ध होने वाले रोजगारों तथा ट्रांसलेटर दुभाषीये के रूप में विदेशी भाषाओं के जानकारों की बाजार में बड़ी मांग होने के बारे में युवाओं को अवगत कराया। उन्होंने युवाओं से यह भी अपील की कि वे जो भी कार्य करें उसे पूर्ण समर्पण के साथ करें जिससे अपने जीवन में उच्च आर्थिक उपलब्धियों को प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा योगी सरकार युवाओं को हुनरमंद बनाने के लिए विभिन्न प्रकार के कोर्स संचालित कर रही है। अपनी रूचि के अनुसार इन कोर्स मे प्रवेश लेकर अपने हुनर को निखारने का कार्य करें। युवाओं को स्कील्ड बनाने, युवाओं के स्कील को बेहतर करने तथा युवाओं के स्कील को अपग्रेड करने का कार्य किया जा रहा है।
कौशल प्रतियोगिताओं तथा अन्य महत्वपूर्ण परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले आईटीओटी, आईटीआई के प्रशिक्षणार्थियों को कौशल विकास मंत्री द्वारा पुरस्कृत भी किया गया। इस अवसर पर कौशल विकास मंत्री सहित उपस्थित अन्य अतिथियों व मिशन के अधिकारियों द्वारा मिशन परिसर में पौधरोपण भी किया गया।
प्रमुख सचिव एम. देवराज ने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को शिक्षा के साथ रोजगार से जोड़ने का कार्य कर रही है। इसी उद्देश्य से बच्चों को शिक्षा के साथ ही उन्हें कौशलपरक प्रशिक्षण भी प्रदान किये जा रहे है। उन्होंने युवाओं से कहा कि अपनी शिक्षा में कौशलपरक कोर्सों को भी स्थान दे। कौशलपरक कोर्स करने से मिले प्रमाण पत्र से रोजगार व स्वरोजगार के अवसर प्राप्त हो सकेंगे। वर्तमान में विभाग द्वारा चलायी जा रही विशेष योजनाओं का उदाहरण देते हुए उपस्थित युवाओं को कौशल प्राप्त करने तथा विदेशी भाषा सीखने हेतु प्रेरित किया गया।
मिशन के साथ विभिन्न विशेष परियोजनाओं में सहयोग प्रदान कर रही एकेटीयू के कुलपति प्रो. जे. पी. पाण्डेय ने राष्ट्रीय स्तर पर 5 ट्रिलियन इकॉनोमी बनने हेतु किये जा रहे अभिनव प्रयासों में कौशल विकास की भूमिका को सर्वाधिक महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने मिशन के असेसमेंट एजेन्सी तथा अवार्डिंग बॉडी बनने पर भी हर्ष प्रकट करते हुए इससे मूल्यांकन में आ रही बाधाओं के दूर होने की संभावना व्यक्त की गयी।
केन्द्रीय अंग्रेजी एवं विदेशी भाषा विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय केन्द्र के निदेशक रजनीश अरोड़ा द्वारा वर्तमान परिदृश्य में विदेशी भाषा की उपयोगिता तथा महत्व के बारे में बताते हुए मिशन के माध्यम से विभिन्न विदेशी भाषाओं में प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु प्रेरित किया जिससे वे विदेशों में भी रोजगार करने हेतु सक्षम बन सके।
भारतीय गन्ना शोध संस्थान से आये प्रमुख वैज्ञानिक प्रो. दिलीप कुमार द्वारा गन्ना उत्पादन से जुड़े विभिन्न उद्योगों में कौशल की संभावना पर प्रकाश डाला गया तथा इस सम्बन्ध में संस्थान द्वारा किस प्रकार गन्ने से सम्बन्धित कौशलों में प्रशिक्षित कर आत्मनिर्भर बनाने में सहायता की जायेगी इससे अवगत कराया गया।
स्वागत उद्बोधन में मिशन निदेशक अभिषेक सिंह द्वारा कौशल विकास की आवश्यकता तथा मिशन द्वारा किये जा रहे कार्यों का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम संचालन तथा धन्यवाद ज्ञापन अपर मिशन निदेशक प्रिया सिंह द्वारा किया गया। इस अवसर पर मिशन, आईटीओटी, एससीवीटी के अन्य अधिकारी व कर्मचारीगण तथा प्रशिक्षणार्थी व छात्र-छात्राएं भी उपस्थित रहें।
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