सहकारी समितियों पर खाद नहीं महंगी यूरिया खरीदने पर मजबूर किसान प्राइवेट दुकानों पर खुलेआम बिक रही है ₹400 में यूरिया खाद - ADAP News - अपना देश, अपना प्रदेश!

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सहकारी समितियों पर खाद नहीं महंगी यूरिया खरीदने पर मजबूर किसान प्राइवेट दुकानों पर खुलेआम बिक रही है ₹400 में यूरिया खाद

 रिपोर्ट मोहम्मद सलमान 



 गोंडा यूपी सरकार हर सभा में लोगों को यही विश्वास दिला रही है कि आपको उत्तर प्रदेश के अंदर अब यूरिया खाद की जो परेशानियां किसान भाइयों को उठानी पढ़ रही थी अब नहीं पड़ेगी लेकिन जनपद गोंडा के अंदर यूरिया खाद के दाम आसमान छू रहे हैं प्राइवेट दुकान वाले अब किसानों को लूटने में लगे हैं सरकारी कर्मचारी ही यूपी सरकार की धज्जियां उड़ाने में लगे हैं साधन सहकारी समितियों पर यूरिया की किल्लत का फायदा प्राइवेट दुकानदार उठा रहे हैं। कालाबाजारी का आलम यह है कि उर्वरक विक्रेता अन्नदाताओं से एक बोरी यूरिया का मूल्य 400 रुपये तक वसूल रहे हैं। वहीं एक तरफ सरकार किसान हितैषी होने का दावा कर रही है। जबकि हकीकत ठीक इसके उलट है। हाल यह है कि खरीफ की फसल में ड्रेसिग के समय यूरिया के लिए मारामारी मची हुई है। दावे के विपरीत जरूरत के समय समितियों से खाद नदारद है और अधिकांश केंद्रों पर ताले लटक रहे हैं। ऐसे में निजी दुकानदार किसानों की मजबूरी का भरपूर फायदा उठाने में जुटे हुए है। प्रशासनिक अफसरों द्वारा की जा रही तमाम कार्रवाई से बेखौफ दुकानदार हेराफेरी कर यूरिया की निर्धारित मूल्य से अधिक दाम वसूल रहे हैं। यही नहीं दुकानदारों की मनमानी का आलम यह है कि मुंहमांगी रकम न देने पर खाद न होने की बात कहकर किसानों को चलता कर दिया जा रहा है। उर्वरक व्यवसायी अफसरों की आंख में धूल झोंकते हुए यूरिया गोदामों में डंप कर मुनाफाखोरी का खेल खेल रहे हैं। सबकुछ जानते हुए भी विभागीय जिम्मेदार असहाय नजर आ रहे  हैं।पूरा मामला जनपद गोंडा तहसील मनकापुर बभनजोत ब्लाक के ग्राम पंचायत बनगवा बाजार में एक दुकानदार है जो दिलीप गुप्ता के नाम से जाना जाता है वो खुले आम युरिया खाद्य की काला बाजारी कर रहा है।खाद्य के लिए दर दर भटक रहे किसानों को इसका शिकार होना पड़ता है।

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